चीनी विदेश मंत्रालय ने अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल की चीन यात्रा पर प्राप्त उपलब्धियों का परिचय दिया
21 नवंबर को आयोजित चीनी विदेश मंत्रालय के नियमित संवाददाता सम्मेलन में प्रवक्ता ने अरब और इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल की चीन यात्रा पर प्राप्त उपलब्धियों का परिचय दिया।
20 नवंबर को सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैज़ल ने अरब और इस्लामिक विदेश मंत्रियों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए चीन की यात्रा की। जॉर्डन, मिस्र, फिलिस्तीन, इंडोनेशिया के विदेश मंत्रियों और इस्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव ने इस यात्रा में भाग लिया।
चीनी उपराष्ट्रपति हान चेंग और विदेश मंत्री वांग यी ने अलग-अलग तौर पर संयुक्त प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात और वार्ता की। चीन अरब-इस्लामिक देशों के विशेष शिखर सम्मेलन के शांति प्रयासों और न्याय की आवाज की बड़ी प्रशंसा करता है और शिखर सम्मेलन की संयुक्त मंत्रिस्तरीय अनुवर्ती समिति द्वारा निभाई जाने वाली बड़ी भूमिका का समर्थन करता है। प्रतिनिधिमंडल ने चीन को अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के लिए पहला पड़ाव माना। यह चीन में उच्च स्तर के विश्वास को दर्शाता है और दोनों पक्षों के बीच आपसी समझ और आपसी समर्थन की बेहतरीन परंपरा का प्रतीक है।
चीन ने गाजा में संकट का मुकाबला करने और फिलिस्तीनी मुद्दे को हल करने के लिए अपने प्रस्तावों पर प्रकाश डाला। सर्वोच्च प्राथमिकता संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रासंगिक प्रस्तावों को पूरी तरह से लागू करना और तुरंत गोलीबारी बंद करना और युद्ध को समाप्त करना है। वर्तमान स्थिति का कोई भी समाधान "दो-राज्य समाधान" से विचलित नहीं होना चाहिए और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को अरब और इस्लामिक देशों की आवाज सुननी चाहिए और स्थिति को शांत करने के लिए जिम्मेदार कार्रवाई करनी चाहिए। सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष देश के रूप में चीन गाजा की स्थिति पर आगे सार्थक कार्रवाई करने के लिए सुरक्षा परिषद को बढ़ावा देगा।
(वनिता)