जापान द्वारा तीसरे खेप का परमाणु दूषित जल समुद्र में छोड़े जाने पर चीन की प्रतिक्रिया
जापान द्वारा तीसरे खेप के परमाणु दूषित जल को समुद्र में छोड़ना शुरू किए जाने के मुद्दे पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 2 नवंबर को कहा कि जापान के पड़ोसी देशों और अन्य हितधारकों की प्रभावी भागीदारी के साथ एक दीर्घकालिक और प्रभावी अंतरराष्ट्रीय निगरानी व्यवस्था स्थापित करने की आवश्यकता तेजी से बढ़ गई है।
बताया जाता है कि2 नवंबर को जापान की टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी ने फुकुशिमा परमाणु दूषित तीसरे खेप के जल को समुद्र में छोड़ना शुरू कर दिया है। अनुमान है कि यह कार्य 20 नवंबर तक चलेगा। इसमें लगभग 7,800 टन परमाणु दूषित जल छोड़ने की योजना है।
इस पर चीनी प्रवक्ता ने कहा कि घरेलू और विदेशी विरोध की अनदेखी करते हुए जापान ने प्रशांत महासागर में 15,600 टन परमाणु-दूषित पानी छोड़ दिया है, जिससे पूरी दुनिया पर प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है और यह बेहद गैर-जिम्मेदार कदम है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को इस संबंध में अपनी उचित भूमिका निभानी चाहिए, और जापान को परमाणु-दूषित जल को समुद्र में छोड़े जाने वाले अपूरणीय परिणामों को रोकने के लिए पूरा सहयोग करना चाहिए।
(वनिता)