ली छ्यांग ने ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति से मुलाकात की
26 अक्तूबर को चीनी प्रधान मंत्री ली छ्यांग ने बिश्केक में ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर से मुलाकात की ।
ली छ्यांग ने कहा कि चीन और ईरान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से पिछले 50 वर्षों में, दोनों देशों के बीच संबंध परीक्षण में खरे उतरे हैं और हमेशा तेजी से आगे बढ़े हैं। चीन दोनों राष्ट्राध्यक्षों द्वारा पहुंची महत्वपूर्ण सहमति को लागू करने, चीन-ईरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी के अर्थ को लगातार समृद्ध करने और दोनों लोगों को बेहतर लाभ पहुंचाने के लिए ईरान के साथ काम करने को तैयार है।
ली छ्यांग ने बताया कि चीन हमेशा राष्ट्रीय संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा में ईरान का दृढ़ता से समर्थन करेगा और ईरान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने वाली किसी भी बाहरी ताकत का दृढ़ता से विरोध करेगा। दोनों पक्षों को दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग योजना को लागू करना चाहिए, "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण को बढ़ावा देना चाहिए, विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग और लोगों से लोगों के आदान-प्रदान को मजबूत करना चाहिए, और लगातार नए लक्ष्य हासिल करने के लिए चीन-ईरान सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए। चीन संयुक्त राष्ट्र, शांगहाई सहयोग संगठन और ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय तंत्रों में ईरान के साथ संचार और समन्वय को मजबूत करने, सच्चे बहुपक्षवाद का अभ्यास करने और विकासशील देशों के सामान्य हितों की रक्षा करने का इच्छुक है।
मोखबर ने कहा कि चीन ईरान का व्यापक रणनीतिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच दोस्ती का एक लंबा इतिहास है। वे ईरान के आर्थिक और सामाजिक विकास में सहायता के लिए चीन को धन्यवाद देते हैं और ईरान-चीन संबंधों को गहरा करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। चीन के साथ संयुक्त रूप से "बेल्ट एंड रोड" का निर्माण करने, विभिन्न क्षेत्रों में लाभप्रद सहयोग को मजबूत करने, बहुपक्षीय ढांचे के भीतर आपसी सहयोग को गहरा करने और ईरान-चीन संबंधों के निरंतर और गहन विकास को बढ़ावा देने के इच्छुक हैं।
(आशा)