चीन और जापान नए युग की आवश्यकताओं को पूरा करने वाले द्विपक्षीय संबंध बनाने के लिए मिलकर काम करें
23 अक्तूबर को चीन और जापान के बीच शांति और मित्रता की संधि पर नोटों के आदान-प्रदान की 45वीं वर्षगांठ है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 23 अक्तूबर को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों पक्षों को इस अवसर पर नए युग की आवश्यकताओं को पूरा करने वाले चीन-जापान संबंध बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
माओ निंग ने कहा कि 45 साल पहले दोनों देशों की पुरानी पीढ़ी के नेताओं ने इस संधि को अंजाम देने के लिए रणनीतिक दूरदर्शिता और राजनीतिक ज्ञान का इस्तेमाल किया था। कानूनी रूप में, उन्होंने दो पड़ोसी देशों, चीन और जापान के लिए शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और चिरस्थायी मित्रता की सामान्य दिशा स्थापित की। यह दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गया है।
गौरतलब है कि ठीक उसी दिन में चीन और जापान दोनों देशों के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री ने बधाई संदेशों का आदान-प्रदान किया और चीन और जापान के बीच शांति, मित्रता और सहयोग को बनाए रखने के महत्वपूर्ण और सकारात्मक संदेश भेजे।
चंद्रिमा