संयुक्त राष्ट्र में लोगों के मंच की ओर पीठ कर लेना अमेरिका के लिए एक चेतावनी है

2023-10-21 18:25:25

इस हफ्ते बुधवार को, यह दृश्य संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में सामने आया:जब अमेरिकी प्रतिनिधि मिशेल टेलर ने भाषण दिया, तो कई प्रतिभागियों ने फिलीस्तीन-इजरायल मुद्दे पर इजरायल के लिए अमेरिका के "एकतरफा" समर्थन और फ़िलिस्तीनी लोगों के मानवाधिकारों की अनदेखी का विरोध करने के लिए मंच की ओर पीठ कर ली।

अब तक, फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष के इस दौर में 5,200 से अधिक लोग मारे गए हैं। गाजा पट्टी के सभी चार अस्पतालों ने सेवाएं बंद कर दी हैं, और मानवीय संकट तेजी से बिगड़ गया है। ऐसी दुखद स्थिति का सामना करते हुए, फिलिस्तीन-इजराइल मुद्दे में एक महत्वपूर्ण हितधारक के रूप में, अमेरिका न केवल संघर्ष के सभी पक्षों को शांत करने में विफल रहा, बल्कि हाल के दिनों में दो बार मानवीय राहत पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मसौदा प्रस्ताव को वीटो कर दिया। वह आराम से बैठते हुए फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष के बढ़ने और अधिक से अधिक निर्दोष नागरिकों के मारे जाने या घायल होने को देख रहा है। इसके प्रति, ब्राज़ील, रूस, चीन आदि देशों ने आश्चर्य और निराशा व्यक्त की।

इतिहास पर नजर डालें, तो अमेरिका कभी भी फिलिस्तीन-इजराइल मुद्दे पर एक उद्देश्यपूर्ण और तटस्थ मध्यस्थ नहीं रहा है, बल्कि एक बिगाड़ने वाला व्यक्ति रहा है जो केवल एक पक्ष का समर्थन करता है।

मौजूदा फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष पैदा होने के बाद, एक तरफ़ अमेरिकी राष्ट्रपति, विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने क्रमशः मध्य पूर्व की यात्रा की, उन्होंने फ़िलिस्तीन और इज़राइल के बीच युद्धविराम की प्राप्ति के लिए मध्यस्थ करने का दावा किया। लेकिन दूसरी तरफ़, अमेरिकी विमान वाहक युद्ध समूह को इज़राइल भेजा जाता है, और विभिन्न अमेरिकी सैन्य आपूर्ति लगातार इज़राइल को भेजी जाती है। यहां तक कि अमेरिका ने गाजा क्षेत्र में मानवीय राहत पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दो मसौदा प्रस्तावों को भी वीटो कर दिया है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर स्टीफ़न एम. वॉल्ट ने हाल ही में "विदेश नीति" पत्रिका में लेख लिखा और कहा कि अमेरिका फिलिस्तीन और इज़राइल के बीच युद्ध के नए दौर का मूल कारण है।

युद्धों में कोई विजेता नहीं होता है, और हिंसा से लड़ने के लिए हिंसा का उपयोग केवल अधिक गंभीर संकटों को जन्म दे सकता है। जारी संघर्षों और मानवीय आपदाओं के सामने, सुरक्षा परिषद कार्रवाई के बिना काम नहीं कर सकती। अमेरिका को ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए, फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष को घरेलू पार्टियों के बीच संघर्ष के उपकरण और दूसरे देशों पर हमला करने के अवसर के रूप में देखना बंद करना चाहिए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर युद्ध विराम और युद्ध की समाप्ति को बढ़ावा देना चाहिए। वरना, पूरी दुनिया इससे मुंह मोड़ लेगी।

(श्याओ थांग)

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