दुनिया को असली तिब्बत बताना - विदेशी मीडिया कर्मियों की तिब्बत की यात्रा
3 से 8 अक्तूबर तक, चीनी अंतरराष्ट्रीय समाचार आदान-प्रदान केंद्र ने 22 देशों के लगभग 30 मीडिया कर्मियों को साक्षात्कार करने हेतु तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में निंग्ची और ल्हासा का दौरा करवाया। इस दौरान, उन्हें स्थानीय पारिस्थितिक व पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक व सामाजिक विकास, क्षेत्रीय जातीय स्वायत्तता, धार्मिक विश्वास स्वतंत्रता, जन जीवन गारंटी आदि स्थिति की गहरी समझ प्राप्त हुई।
ये मीडिया कर्मी पाकिस्तान, नेपाल, बेलारूस, इथियोपिया, चिली आदि देशों की समाचार एजेंसियों, टीवी स्टेशनों, समाचार वेबसाइटों और अन्य संस्थानों से थे। तिब्बत की यात्रा के दौरान, उन्होंने दुनिया को वास्तविक तिब्बत के बारे में बताने के लिए साक्षात्कार किया और रिपोर्टें पेश कीं।
वानुअतु राष्ट्रीय रेडियो और टीवी कंपनी की प्रमुख मैरी-नोएल वियानी कार्तक ने कहा कि उन्होंने तिब्बत के बारे में कई वृत्तचित्र देखे हैं। कहावत है कि आंखों देखी ही विश्वास किया जाता है। तिब्बती लोगों के साथ संवाद करने, अपनी आँखों से तिब्बत के आर्थिक और सामाजिक विकास की महान उपलब्धियों को देखने और तिब्बती संस्कृति की विरासत और संरक्षण को समझने के बाद, उन्हें पता चला कि स्थानीय लोग अपने जीवन से कितने संतुष्ट हैं। उन्हें आशा है कि अपनी रिपोर्टों के माध्यम से अधिक लोग इस जादुई जगह का अनुभव करने के लिए आकर्षित होंगे।
वहीं, नेपाल के द न्यू पेपर के रिपोर्टर मंजू टेलर के अनुसार, तिब्बत ने मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण विकास हासिल किया है, जो हिमालय के आसपास के देशों के लिए एक बहुत अच्छा उदाहरण है।
उधर, पाकिस्तान सिटी न्यूज़ नेटवर्क के वरिष्ठ पत्रकार अली अब्बास ने कहा तिब्बत में विकास का स्तर उनकी कल्पना से परे है और यहां के लोग बहुत आधुनिक जीवन जीते हैं। वह रिपोर्टों के जरिए चीन की जन-केंद्रित अवधारणा को पाकिस्तान तक पहुंचाना चाहते हैं।
(श्याओ थांग)