तिब्बत में बढ़ रही है संग्रहालयों की संख्या
कुछ दिनों पहले, समुद्र सतह से दुनिया का सबसे ऊंचा संग्रहालय, यानी तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के आली प्रिफेक्चर में आली संग्रहालय खुला, जिससे तिब्बत में संग्रहालय समूह में एक नया सदस्य जुड़ गया।
वर्तमान में तिब्बत में संग्रहालयों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चरम पर्यटन सीजन के दौरान, तिब्बत संग्रहालय कई पर्यटकों के लिए अवश्य देखने योग्य आकर्षण बन गया है, और युवा लोग आगंतुकों का मुख्य बल बन गए हैं।
तिब्बत संग्रहालय साल 1999 में खुला, और फिर इसे बनने में 5 साल लगे। नया संग्रहालय साल 2022 में खुलेगा। इस संग्रहालय में 5 लाख 20 हज़ार सांस्कृतिक अवशेष सुरक्षित हैं, जिनमें पुरातात्विक खोजे गए सांस्कृतिक अवशेष, मुहर और मोहर, थांगखा चित्र, प्राचीन ग्रंथ, मूर्तियां, बौद्ध धार्मिक उपकरण आदि की अठारह श्रेणियां शामिल हैं।
हाल के वर्षों में, तिब्बत के विभिन्न शहरों में प्रीफेक्चर स्तर के व्यापक संग्रहालय एक के बाद एक खोले गए हैं, जैसे शान्नान संग्रहालय और शिगाज़े संग्रहालय। साथ ही, यहां छांगतू संग्रहालय भी है, जो सांस्कृतिक अवशेषों के सबसे बड़े संग्रह वाला एक प्रीफेक्चर-स्तरीय संग्रहालय है, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक अवशेषों के 10 हज़ार से अधिक टुकड़े हैं।
इनके अलावा, विषयगत संग्रहालय भी तिब्बत में संग्रहालय समूह का मुख्य आकर्षण हैं। तिब्बत याक संग्रहालय चीन का एकमात्र संग्रहालय है जो याक और याक संस्कृति को समर्पित है। वहीं, शिगाज़े पत्थर नक्काशी कला संग्रहालय 7वीं शताब्दी से 19वीं शताब्दी तक तिब्बत में कुछ उत्कृष्ट पत्थर नक्काशी कला को प्रदर्शित करता है। इनके अलावा, तिब्बत में दस लाख भूदासों की मुक्ति स्मृति संग्रहालय, तिब्बती अगरबत्ती संग्रहालय, तिब्बती सिक्का संग्रहालय आदि भी उपलब्ध हैं।
(श्याओ थांग)