जापान में चीनी राजदूत ने परमाणु-दूषित पानी को समुद्र में छोड़े जाने पर जापान सरकार के समक्ष गंभीर विरोध व्यक्त किया

2023-08-25 11:20:14

जापान स्थित चीनी राजदूत वू च्यांगहाओ ने 24 अगस्त को जापान के विदेश मामलों के उप मंत्री मसाकी ओकानो के समक्ष जापान द्वारा फुकुशिमा परमाणु दूषित पानी को समुद्र में छोड़े जाने पर गंभीर विरोध व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि आज, देश और विदेश में मजबूत संदेह और विरोध की परवाह किए बिना, जापान परमाणु प्रदूषण के खतरे को चीन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय सहित पड़ोसी देशों पर डाल देता है। इस क्षेत्र और दुनिया भर के लोगों के दीर्घकालिक कल्याण से ऊपर अपने स्वार्थ को रखता है। वैश्विक समुद्री पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को खतरे में डालता है। जापान ने फुकुशिमा परमाणु दूषित पानी को समुद्र में औपचारिक रूप से छोड़ना शुरू किया, इस पर चीन दृढ़ता से विरोध करता है और जापान के समक्ष एक बार फिर गंभीर रूप से मामला उठाया है। चीन जापान से इस अत्यंत स्वार्थपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को तुरंत रोकने का आग्रह करता है।

राजदूत वू ने कहा कि जापान को अनुमति के बिना परमाणु-दूषित पानी को समुद्र में डालने का निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है, और इससे उत्पन्न होने वाले परिणामों के लिए पूरी ज़िम्मेदारी उठानी होगी।

उन्होंने कहा कि जापान की इस कार्रवाई से चीनी उपभोक्ताओं के बीच खाद्य सुरक्षा को लेकर गहरी चिंताएं पैदा हुईं। चीन सरकार ने जापान में उत्पन्न होने वाले जलीय उत्पादों के आयात को पूर्ण रूप से निलंबित करने की घोषणा की, यह बहुत आवश्यक है। इस स्थिति की जिम्मेदारी पूरी तरह से जापान की है, और जापान को आत्मालोचना करनी चाहिए।

(श्याओ थांग)

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