भविष्य में चीन-दक्षिण अफ्रीका के बीच "स्वर्ण युग" की उम्मीद है

2023-08-24 15:49:59

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन और दक्षिण अफ्रीका के दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने संयुक्त रूप से 11 सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। दोनों पक्षों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कई महत्वपूर्ण सहमतियों पर पहुंचे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को "दक्षिण अफ्रीकी पदक" से सम्मानित किया... ये सब चीन-दक्षिण अफ्रीका संबंधों के "स्वर्ण युग" का सबसे अच्छा प्रमाण हैं।

इस वर्ष चीन और दक्षिण अफ्रीका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ है। पिछले 25 वर्षों में, दोनों देशों के संबंधों ने अंतरराष्ट्रीय स्थिति के उतार-चढ़ाव में भी साझेदारी, रणनीतिक साझेदारी से व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक छलांग लगाई है। दक्षिण अफ्रीका की यह राजकीय यात्रा चीनी राष्ट्रपति के रूप में शी चिनफिंग की चौथी यात्रा है। 22 अगस्त को दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने आपसी वार्ता में चीन और दक्षिण अफ्रीका के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को एक नए स्तर पर बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने और एक उच्च स्तरीय चीन-दक्षिण अफ्रीका साझे समुदाय का निर्माण करने पर सहमति जतायी।

पिछले 25 वर्षों में, चीन और दक्षिण अफ्रीका के बीच गहरी दोस्ती हुई है। नई स्थिति का सामना करते हुए, चीन और दक्षिण अफ्रीका द्विपक्षीय संबंधों के अधिक से अधिक विकास को कैसे बढ़ावा दे सकते हैं? चीनी राष्ट्रपति शी ने प्रस्ताव दिया कि चीन और दक्षिण अफ्रीका को उच्च स्तरीय आपसी विश्वास के रणनीतिक साझेदार होने चाहिए, समान प्रगति करने वाले विकास साझेदारी होने चाहिए, एक दूसरे से अच्छी तरह समझने वाले मित्रवत साझेदार होने चाहिए, और न्याय को कायम रखने वाले वैश्विक साझेदार होने चाहिए। इन चार सुझावों ने वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय स्थिति का गहन सर्वेक्षण के आधार पर चीन-दक्षिण अफ्रीकी संबंधों के यथार्थ सहयोग को गहन करने के लिए दिशा स्थापित की है। 

उनमें से, विकास चीन और दक्षिण अफ्रीका का सामान्य कार्य है। दक्षिण अफ्रीका "बेल्ट एंड रोड" सहयोग के संयुक्त निर्माण में शामिल होने वाला पहला अफ्रीकी देश है, और लगातार 13 वर्षों से अफ्रीका में चीन का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है। दक्षिण अफ़्रीकी वाइन और एलोवेरा जेल जैसी विशेष वस्तुएं चीनी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। दक्षिण अफ्रीका में चीनी कंपनी द्वारा निर्मित और संचालित डीए पवन ऊर्जा परियोजना ने 3 लाख स्थानीय घरों को रोशन किया है। साथ ही, दक्षिण अफ्रीका अफ्रीका में चीन के सबसे बड़े निवेश स्थलों में से एक है। दक्षिण अफ्रीका में चीन का संचयी निवेश 25 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे दक्षिण अफ्रीका के लिए 4 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। इस वर्ष की पहली छमाही में, चीन और दक्षिण अफ्रीका के बीच द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा में पिछले साल की तुलना में 11.7% की वृद्धि हुई है।

वर्तमान में, चीन चीनी शैली वाले आधुनिकीकरण के माध्यम से सर्वांगीण तरीके से चीनी राष्ट्र के महान कायाकल्प को बढ़ावा दे रहा है, और दक्षिण अफ्रीका भी अपनी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल में एक आधुनिकीकरण पथ की खोज कर रहा है। चीनी पक्ष ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच सहयोग के नए विकास क्षेत्र विकसित करने, अधिक उच्च गुणवत्ता वाले दक्षिण अफ्रीकी उत्पादों का आयात करने और दक्षिण अफ्रीका को गरीबी उन्मूलन प्रदर्शन गांव परियोजना को लागू करने में मदद करने के लिए तैयार है। दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षरित द्विपक्षीय सहयोग समझौते में "बेल्ट एंड रोड" का सहनिर्माण, नई ऊर्जा शक्ति, विशेष आर्थिक क्षेत्र और औद्योगिक पार्क, नीली अर्थव्यवस्था, तकनीकी नवाचार आदि का संयुक्त निर्माण शामिल है।

आज दुनिया अराजकता की दलदल में फंसी हुई है। लोग शांति और विकास के लिए तरस रहे हैं, और निष्पक्षता और न्याय ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, कुछ प्रमुख पश्चिमी देशों ने एकतरफा प्रतिबंध लगाए हैं और विभाजन और टकराव को उकसाया है, जिसने वैश्विक विकास और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। दुनिया में महत्वपूर्ण विकासशील देशों के रूप में, चीन और दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय शासन प्रणाली के सुधार पर समान विचार है, और संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करने और विकासशील देशों के हितों की रक्षा करने की जिम्मेदारी है।

चीन ने इस बार स्पष्ट कर दिया कि वह अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाने में दक्षिण अफ्रीका का समर्थन करेगा। दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका और "वैश्विक दक्षिण" देश चीन के साथ एकजुटता और सहयोग को मजबूत करने और अधिक समान, निष्पक्ष और उचित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना को बढ़ावा देने की उम्मीद करते हैं।

वर्तमान ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष चीनी-अफ्रीकी नेताओं की वार्ता की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। चीन-दक्षिण अफ्रीका संबंध "स्वर्ण युग" में प्रवेश कर चुके हैं।

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