अमेरिकी बैंकिंग उद्योग को चेतावनी, नेता कब लेंगे सबक?"

2023-08-10 14:10:48

कुछ साल पहले, तत्कालीन अमेरिकी फेडरल रिजर्व (फेड) की अध्यक्ष जेनेट एल येलेन ने कहा था कि वह अपने जीवन में "कभी भी दूसरा अमेरिकी बैंकिंग संकट नहीं देखेंगी"। हालांकि, यह भविष्यवाणी कोरी साबित हुई। 7 अगस्त को, तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों में से एक, मूडीज़ ने अमेरिका में 10 छोटे और मध्यम बैंकों की क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया, और यूएस बैंक और बैंक ऑफ न्यूयॉर्क मेलन सहित 6 बड़े बैंकों को डाउनग्रेड निगरानी सूची में शामिल किया। अन्य 11 बैंकों की रेटिंग भी नकारात्मक हो गयी है। 

मूडीज़ की रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिकी बैंकिंग उद्योग "कई दबावों" का सामना कर रहा है, जिसमें वित्तपोषण दबाव और अपर्याप्त पर्यवेक्षण शामिल हैं। उनमें से, "वित्तपोषण में मुश्किलें" अमेरिका में बड़ी संख्या में बैंकों के सामने अस्तित्व का संकट है।


इस वर्ष की पहली छमाही के बाद से, बैंक ऑफ अमेरिका ने अपर्याप्त शोधनक्षमता और दिवालियापन के कारण लगातार संकटों का सामना किया है। सिल्वरगेट बैंक, सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक और फर्स्ट रिपब्लिक बैंक ढह गए। अंतिम उपाय के रूप में, अमेरिकी निगरानी संस्था ने उन्हें बचाने के लिए पैसा खर्च किया। ब्रिटिश "फाइनेंशियल टाइम्स" ने 7 अगस्त को रिपोर्ट दी कि अमेरिकी क्षेत्रीय बैंक अभी भी "जीवन को बनाए रखने के लिए सरकारी वित्तपोषण के सैकड़ों अरबों डॉलर पर निर्भर हैं।" यह आंशिक रूप से अमेरिकी बैंकिंग क्षेत्र की कमजोरी को दर्शाता है।

2022 से, मुद्रास्फीति से निपटने के लिए, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें बढ़ाना जारी रखा है, जिसके परिणामस्वरूप बैंकों द्वारा रखी गई अमेरिकी बांड जैसी संपत्तियों का मूल्यह्रास हुआ है, और बैंकों का संचालन काफी दबाव में है। लंबे समय से, अमेरिकी राजनेताओं ने मतदाताओं का दिल जीतने के लिए खर्च बढ़ाने और विस्तारवादी राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों को अपनाने की कोशिश की है। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद, अमेरिका ने "असीमित" मात्रात्मक सहजता नीति लागू की, अति निची ब्याज दरों को बनाए रखा और बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन योजना शुरू की, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ गई। इसके परिणामस्वरूप फेड को ब्याज दरें बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यूरोपीय आर्थिक नीति अनुसंधान केंद्र ने बताया कि अमेरिका में बैंकिंग संकट कोई अलग मामला नहीं है, बल्कि एक "प्रणालीगत" मामला है।

कुछ दिन पहले, फिच ने अमेरिकी ऋण सीमा गतिरोध और राजकोषीय प्रबंधन क्षमताओं पर असंतोष व्यक्त करते हुए अमेरिकी दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता डिफ़ॉल्ट रेटिंग को AAA से घटाकर AA+ कर दिया था। कुछ ही दिनों में, लगातार दो अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने अमेरिका की प्रासंगिक क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया। यह कोई अकेला मामला नहीं है। विश्लेषकों ने बताया कि यह अमेरिका की दीर्घकालिक जानबूझकर और लापरवाह कार्रवाइयों और ओवरड्राफ्ट यूएसडी साख का परिणाम है।

वास्तविक अर्थव्यवस्था के एक महत्वपूर्ण संकेतक के रूप में, अमेरिकी बैंकिंग उद्योग संकट में है, जो कई नकारात्मक प्रभाव ला सकता है। मूडीज की रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था 2024 की शुरुआत में हल्की मंदी में आ जाएगी, और बैंकिंग उद्योग के जोखिम और बढ़ सकते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि एक बार जब संकट वित्तीय प्रणाली में "संक्रामक" हो जाता है और वास्तविक अर्थव्यवस्था में फैल जाता है, तो यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नीचे खींच सकता है, यहां तक कि वैश्विक आर्थिक सुधार को भी प्रभावित कर सकता है।

क्या अमेरिकी नेता इससे सच में सबक ले पाएंगे?

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