भारत के चावल निर्यात पर अंकुश से वैश्विक खाद्य मुद्रास्फीति की आशंका बढ़ गई है

2023-07-21 17:17:18

भारत सरकार ने 20 जुलाई को घोषणा की कि घरेलू बाजार में आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, भारत उबले चावल और बासमती चावल को छोड़कर अन्य चावल के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाएगा। इस कदम से वैश्विक खाद्य मुद्रास्फीति के और बढ़ने की चिंता पैदा हो गई है।

भारत के उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने उसी दिन एक घोषणा जारी कर कहा कि तेज मानसूनी बारिश से फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। एक महीने के भीतर चावल की खुदरा कीमत में 3% की वृद्धि के बाद, सरकार ने चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया।

भारतीय चावल निर्यातक संघ के अध्यक्ष कृष्णा राव ने कहा कि बेनिन, सेनेगल और कोटे डी आइवर जैसे अफ्रीकी देश भारत के चावल निर्यात प्रतिबंधों से विशेष रूप से प्रभावित होंगे।

भारत दुनिया में एक महत्वपूर्ण चावल निर्यातक है। साल 2022 में भारत का कुल चावल निर्यात लगभग 2.2 करोड़ टन था, जो दुनिया के चावल निर्यात का 40 प्रतिशत से अधिक था। मौजूदा निर्यात प्रतिबंध से प्रभावित चावल निर्यात लगभग 1 करोड़ टन होगा।

(नीलम)

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