यूक्रेन को मिली अमेरिकी सैन्य सहायता

2023-07-09 16:41:15

अमेरिकी सरकार ने 7 जुलाई को घोषणा की कि वह यूक्रेन को 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता प्रदान करेगी, जिसमें  विनाशकारी क्लस्टर बम भी शामिल हैं ।ऐसे बम अमेरिकी कानून द्वारा निषिद्ध के रूप में वर्गीकृत किया गया है। रूस ने अमेरिकी कदम की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह "आतंकवाद से लड़ने के तरीके" हैं जो बड़ी संख्या में नागरिकों को नुकसान पहुंचाएगा।

अमेरिकी रक्षा विभाग ने उसी दिन एक बयान जारी कर कहा कि यूक्रेन को क्लस्टर बम देना बाइडेन प्रशासन द्वारा कांग्रेस, अमेरिकी सहयोगियों और भागीदारों के साथ "व्यापक परामर्श" के बाद किया गया निर्णय था।

तथाकथित क्लस्टर बम हवाई बम या तोपखाने के गोले हैं जो दस से अधिक या सैकड़ों छोटे गोला बारूद के संग्रह से बने होते हैं। गिराए जाने के बाद, हवा में एक बड़े क्षेत्र में छोटे बम छोड़ें जाएंगे, और यह जमीन पर या छूने के बाद फट जाता है लेकिन ये छोटे बम भी ठीक से विस्फोट करने में विफल हो सकते हैं, जिससे बिखरे हुए स्थल के पास नागरिकों के लिए दीर्घकालिक खतरा पैदा हो सकता है। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार अमेरिका द्वारा यूक्रेन को देने वाले क्लस्टर बमों की व्यर्थ दर लगभग 6% होगी।

गौरतलब है कि रूस की फेडरेशन काउंसिल (संसद के ऊपरी सदन) की रक्षा और सुरक्षा समिति के अध्यक्ष विक्टर बोंडारेव ने एक बयान में कहा कि अमेरिका द्वारा यूक्रेन को क्लस्टर हथियारों की आपूर्ति करना  एक "खतरनाक कदम" है जो रूस को जवाबी कदम उठाने के लिए प्रेरित करेगा। बोंडारेव ने कहा कि अमेरिका के पास पारंपरिक गोला-बारूद खत्म हो रहा है। क्लस्टर हथियारों का उपयोग "आतंकवाद से लड़ने के तरीके" है जो बड़ी संख्या में नागरिकों को घायल करेगा।

राष्ट्रीय सुरक्षा पर अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार जेक सुलिवान ने 7 जुलाई को व्हाइट हाउस की नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अमेरिका को पता है कि क्लस्टर बम व्यर्थ में नागरिकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालाँकि, यूक्रेन में गोला-बारूद के अभाव में, रूस "अधिक यूक्रेनी क्षेत्र पर कब्ज़ा" कर सकता है, जो अमेरिका के लिए अस्वीकार्य है।

(आशा)

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