द्वितीय छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक जांच में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल
2023 चोंगक्वानछुन मंच के तहत "तीसरा ध्रुव पर्यावरण और पृथ्वी प्रणाली विज्ञान" फोरम 29 मई को पेइचिंग में आयोजित हुआ, जिसमें द्वितीय छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक जांच दल के नेता याओ थानतोंग ने इस बार की वैज्ञानिक जांच में प्राप्ति कई महत्वपूर्ण प्रगतियों को सार्वजनिक किया।
इन प्रगतियों में छिंगहाई-तिब्बत पठार के पारिस्थितिक संरक्षण पर कानून के लिए वैज्ञानिक प्रस्ताव पेश करना, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव में एशियाई जल मीनार के असंतुलन की विशेषता और प्रभाव को स्पष्ट करना, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव में छिंगहाई-तिब्बत पठार में कार्बन सिंक फ़ंक्शन और परिवर्तन विशेषताओं का खुलासा करना, छिंगहाई-तिब्बत पठार पर पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता परिवर्तन की पहचान करना, छिंगहाई-तिब्बत पठार पर कच्चे तेल, गैस और खनिज संसाधनों की स्थिति और संभावना का आंकलन करना आदि शामिल हैं।
बताया गया है कि ये प्रगतियां प्रमुख परियोजनाओं के निर्माण व संचालन और रखरखाव की सुरक्षा, राष्ट्रीय पारिस्थितिक बाधा प्रणाली के अनुकूलन के लिए मजबूत समर्थन प्रदान करेंगी, और चीन को जलवायु परिवर्तन से निपटने और "डबल कार्बन" के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेंगी।
चीनी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उप मंत्री श्यांग लीपिन ने कहा कि द्वितीय छिंगहाई-तिब्बत वैज्ञानिक जांच विश्व मौसम विज्ञान संगठन, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, यूनेस्को आदि अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर घनिष्ठ सहयोग करती है, पारिस्थितिक पर्यावरण संरक्षण में जलवायु परिवर्तन अनुसंधान के परिणाम और अनुभव साझा करती है और मानव जाति के सतत विकास के लिए सक्रिय रूप से चीनी बुद्धि और चीनी समाधान का योगदान देती है।
बता दें कि "तीसरा ध्रुव पर्यावरण और पृथ्वी प्रणाली विज्ञान" फोरम में संबंधित शोध करने वाले 200 से अधिक देसी-विदेशी विशेषज्ञों और विद्वानों ने भाग लिया, चीन, जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस, पाकिस्तान, नेपाल और उज्बेकिस्तान के 10 वरिष्ठ विशेषज्ञों ने तीसरे ध्रुव पर्यावरण के अनुसंधान में नवीनतम प्रगति और उपलब्धियों का परिचय दिया।
(श्याओ थांग)