दुनिया को और अधिक "चीन-मध्य एशिया योगदान" की आवश्यकता है

2023-05-20 17:25:22

19 मई को, पहला चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन पश्चिमोत्तर चीन के शैनशी प्रांत की राजधानी शीआन में सफलतापूर्वक आयोजित हुआ। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की और भाषण देते हुए बल दिया कि दुनिया को एक स्थिर, समृद्ध, सामंजस्यपूर्ण और जुड़े हुए मध्य एशिया की जरूरत है।

उन्होंने साझा भाग्य वाले चीन-मध्य एशिया समुदाय के निर्माण के लिए "चार अडिग रहना" और द्विपक्षीय सहयोग के विकास के लिए "आठ सुझाव" पेश किए, जिन्हें शिखर सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न मध्य एशियाई देशों के प्रमुखों की उच्च स्वीकृति और उत्साही प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं।

मौजूदा शिखर सम्मेलन चीन और पाँच मध्य एशियाई देशों के बीच कूटनीतिक संबंध की स्थापना के बाद पिछले 31 सालों में भौतिक रूप में आयोजित पहला शिखर सम्मेलन है, और 30 साल पहले चीन-मध्य एशिया तंत्र स्थापित किए जाने के बाद से पहला शिखर सम्मेलन भी है।

नए युग में साझा भाग्य वाले चीन-मध्य एशिया समुदाय का निर्माण कैसे करें? चीन द्वारा दिया गया उत्तर "पारस्परिक समर्थन, सामान्य विकास, आम सुरक्षा और पीढ़ी दर पीढ़ी दोस्ती" है। द्विपक्षीय सहयोग को कैसे बढ़ावा दिया जाए? चीन तंत्र निर्माण को मजबूत करने, आर्थिक व व्यापारिक संबंधों का विस्तार करने, कनेक्टिविटी को गहरा करने, ऊर्जा सहयोग का विस्तार करने, हरित नवाचार को बढ़ावा देने, विकास क्षमताओं को बढ़ाने, सभ्यताओं के बीच संवाद को मजबूत करने और क्षेत्रीय शांति बनाए रखने का प्रस्ताव देता है। चीन के प्रस्तावों ने एक साझा भाग्य वाले चीन-मध्य एशिया समुदाय को घनिष्ठ बनाने के लिए मौलिक अनुवर्ती और कार्रवाई दिशा-निर्देश प्रदान किया।

"बेल्ट एंड रोड" चीन और मध्य एशिया के बीच सहयोग को मजबूत करने की सबसे शक्तिशाली कड़ी है। 10 साल पहले, इस पहल को मध्य एशिया में पहली बार प्रस्तुत की गई। 10 साल बाद, चीन इस बात पर जोर देता है कि सभी पक्षों को संयुक्त रूप से "बेल्ट एंड रोड" सहयोग के निर्माण में सबसे आगे रहना चाहिए। वैश्विक विकास पहल के कार्यान्वयन को बढ़ावा देना चाहिए। अर्थतंत्र, व्यापार, उत्पादन क्षमता, ऊर्जा, यातायात आदि पारंपरिक सहयोग में मौजूद निहित शक्ति को पूरी तरह से उजागर करना चाहिए। वित्त, कृषि, गरीबी उन्मूलन, हरित व निम्न-कार्बन, चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल, डिजिटल नवाचार आदि क्षेत्रों में विकास के नए बिंदु बनाना चाहिए।

पाँच मध्य एशियाई देशों ने कहा कि वे "बेल्ट एंड रोड" पहल और उनकी संबंधित पहलों व विकास रणनीतियों के जुड़ाव को मजबूत करेंगे। कज़ाख राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायव ने टिप्पणी करते हुए कहा कि "हम सभी को चीन के साथ संबंधों से लाभ होता है। हम इस सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे।"

मध्य एशिया यूरेशिया महाद्वीप के केंद्र में स्थित है। चीन-मध्य एशिया तंत्र छह देशों से संबंधित है और दुनिया के लिए भी खुला है। वर्तमान में जटिल और गंभीर अंतरराष्ट्रीय स्थिति का सामना करते हुए चीन और पांच मध्य एशियाई देशों के बीच खुले और समावेशी सहयोग से इस क्षेत्र और दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

मौजूदा शिखर सम्मेलन में जारी "शीआन घोषणा-पत्र" में सभी पक्षों ने एक दूसरे के मूल हितों से जुड़े मुद्दों पर आपसी समझ और समर्थन को दोहराया है। वे मध्य एशियाई देश वैश्विक विकास पहल, वैश्विक सुरक्षा पहल और वैश्विक सभ्यता पहल का समर्थन करते हैं और इनका सक्रिय रूप से कार्यान्वयन करने के इच्छुक हैं। विभिन्न पक्षों ने कहा कि वे दृढ़ता से बहुपक्षवाद, मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कानून व अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों को बनाए रखते हैं, अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता व न्याय बनाए रखते हैं, और अधिक न्यायपूर्ण व उचित दिशा में अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था एवं वैश्विक शासन प्रणाली के विकास को बढ़ावा देते हैं।

(श्याओ थांग)

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