शी चिनफिंग ने किर्गिस्तान के राष्ट्रपति के साथ वार्ता की

2023-05-18 16:10:16

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 18 मई की सुबह को शीआन में किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सदर नर्गोजोविच जापारोव के साथ बातचीत की, जो चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेने और चीन की राजकीय यात्रा करने के लिए चीन आये हैं। दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने चीन-किर्गिस्तान संबंधों को नए युग में व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने की घोषणा की।

शी चिनफिंग ने कहा कि चीन-किर्गिस्तान संबंधों को 31 साल हो चुके हैं, और चीन किर्गिस्तान के साथ मिलकर अच्छे पड़ोसी व मैत्री, और साझा समृद्धि वाले चीन-किर्गिस्तान समुदाय का निर्माण करने के लिए तैयार है, ताकि दोनों देशों के विकास और पुनरुद्धार को मदद मिल सके।

उन्होंने बल देते हुए कहा कि चीन और किर्गिस्तान को आपसी समर्थन बढ़ाना चाहिए, विशेष रूप से एक-दूसरे के मूल हितों का स्पष्ट रूप से और दृढ़ता से समर्थन करना चाहिए। दोनों देशों को और एक-दूसरे पर भरोसा करने वाले अच्छे दोस्त बनने चाहिए। विकास रणनीतियों और नीति समन्वय के डॉकिंग को मजबूत करने और "बेल्ट एंड रोड" के उच्च गुणवत्ता वाले संयुक्त निर्माण के साथ विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। आर्थिक और व्यापार सहयोग के स्तर पर सुधार करना चाहिए, लोगों की आजीविका परियोजनाओं के निर्माण को बढ़ावा देना और गरीबी उन्मूलन, ग्रामीण पुनरुद्धार और अन्य क्षेत्रों में सहयोग करना चाहिए, और जल्द से जल्द चीन-किर्गिस्तान-उज्बेकिस्तान रेलवे का निर्माण शुरू करने की जरूरत है।

शी चिनफिंग ने यह भी कहा कि चीन किर्गिस्तान से उच्च गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों के आयात को बढ़ाने और अधिक चीनी उद्यमों को किर्गिस्तान में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना चाहता है। दोनों पक्षों को स्थानीय सहयोग को मजबूत करने, मानविकी आदान-प्रदान का विस्तार करने और द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए एक ठोस सामाजिक और जनमत नींव बनाने की भी आवश्यकता है। इसके अलावा, सुरक्षा सहयोग को गहरा करना चाहिए, ताकि "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण और दोनों देशों के विकास व निर्माण के लिए बेहतर व सुरक्षित माहौल प्रदान किया जा सके।

वार्ता में राष्ट्रपति जापारोव ने कहा कि वर्तमान में किर्गिस्तान-चीन संबंध इतिहास में सबसे अच्छे दौर में हैं। किर्गिस्तान थाईवान, शिनच्यांग और हांगकांग जैसे प्रमुख हितों से संबंधित मुद्दों पर चीन के अडिग रुख का समर्थन करता है, और चीन द्वारा प्रस्तावित वैश्विक सुरक्षा पहल एवं वैश्विक विकास पहल का समर्थन करता है। किर्गिस्तान चीन के साथ मिलकर आपसी समर्थन पर डटे रहते हुए घनिष्ठ संचार और समन्वय बनाए रखना चाहता है, ताकि दोनों देशों की तथा क्षेत्रीय सुरक्षा व विकास को संयुक्त रूप से बढ़ावा दिया जा सके।

जापारोव ने यह भी कहा कि किर्गिस्तान चीनी उद्यमों को एक सुरक्षित और मजबूत निवेश माहौल  प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा, और "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण को बढ़ावा देना जारी रखेगा।

वार्ता के बाद, दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने "नए युग में व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने पर चीन-किर्गिस्तान संयुक्त वक्तव्य" पर हस्ताक्षर कि, और वे संयुक्त रूप से अर्थव्यवस्था, व्यापार, उद्योग और निवेश, सीमा शुल्क, कृषि और मानविकी सहयोग आदि कई क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जाने के साझी बने।

(आशा)

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