चीन को उम्मीद है कि नाटो और जापान क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर नहीं करेगा:विदेश मंत्रालय

2023-05-13 17:19:24

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 12 मई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में नाटो का जापान में एक सम्पर्क कार्यालय खोलने की योजना के जवाब में कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में नाटो के लगातार पूर्व की ओर विस्तार ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों की सतर्कता को बढ़ा दिया है। आशा है कि प्रासंगिक पक्ष तथाकथित भू-राजनीतिक हितों के अनुसरण के लिए क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर नहीं करेंगे।

रिपोर्ट्स के अनुसार, जापानी विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा और नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने एक मीडिया साक्षात्कार में पुष्टि की कि दोनों पक्ष जापान में नाटो सम्पर्क कार्यालय खोलने पर बातचीत कर रहे हैं।

इस सम्बंध में वांग वनपिन ने बताया कि नाटो ने बार-बार सार्वजनिक रूप से कहा है कि एक क्षेत्रीय गठबंधन के रूप में नाटो की स्थिति नहीं बदली है और वह भौगोलिक विस्तार की मांग नहीं करता । एशिया-प्रशांत क्षेत्र उत्तरी अटलांटिक महासागर के भौगोलिक दायरे के भीतर नहीं है, और "नाटो का एशिया-प्रशांत संस्करण" स्थापित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि, नाटो एशिया-प्रशांत देशों के साथ अपने सम्बंधों को मजबूत करना जारी रखता है, लेकिन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पूर्व की ओर बढ़ना, क्षेत्रीय मामलों में हस्तक्षेप करना और गुटों के बीच टकराव को भड़काने पर भी ज़ोर देता है । नाटो का इरादा क्या है? एशिया शांति और स्थिरता की एक भूमि है और सहयोग और विकास का केंद्र है, और इसे भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के लिए युद्ध का मैदान नहीं बनाना चाहिए।

इसके अलावा वांग वनपिन ने यह भी कहा कि आधुनिक सैन्यवादी आक्रामकता के इतिहास के कारण, जापान के सैन्य सुरक्षा विकास ने हमेशा अपने एशियाई पड़ोसियों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। चीन जापानी पक्ष से आग्रह करता है कि वह इतिहास से सबक सीखे, शांतिपूर्ण विकास के रास्ते पर टिके रहे, और ऐसे काम करने से बचे जो देशों के बीच आपसी विश्वास को कमजोर करते हैं और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचाते हैं।

(आशा)

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