पृथ्वी के तीसरे ध्रुव की पारिस्थितिकी का संरक्षण के चीनी राष्ट्र के विकास के लिए अहम
छिंगहाई-तिब्बत पठार का अधिकांश भाग समुद्र सतह से 4 हज़ार मीटर से अधिक है। इसे "दुनिया की छत", "पृथ्वी का तीसरा ध्रुव" और "एशियाई जल मीनार" के रूप में जाना जाता है, यह एशिया की कई प्रमुख नदियों का स्रोत क्षेत्र है, और चीन, यहां तक कि एशिया के लिए महत्वपूर्ण पारिस्थितिक सुरक्षा अवरोधक है।
26 अप्रैल वर्ष 2023 को, 14वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा की स्थाई समिति के दूसरे सम्मेलन ने "चीन लोक गणराज्य का छिंगहाई-तिब्बत पठार पारिस्थितिक संरक्षण कानून" पारित किया, जो 1 सितंबर 2023 को प्रभावित होगा।
छिंगहाई-तिब्बत पठार दुनिया में सबसे समृद्ध जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक है, हिम तेंदुए, तिब्बती मृग और नीली भेड़ आदि अनोखे जंगली जानवर यहाँ पनपते हैं। इस क्षेत्र को विश्व वन्यजीव कोष ने दुनिया के 25 प्रमुख जैव विविधता संरक्षण क्षेत्रों के रूप में सूचीबद्ध किया है, और इसे "दुर्लभ जंगली जानवरों और पौधों का प्राकृतिक उद्यान और पठारी प्रजातियों का जीन बैंक" के रूप में जाना जाता है।
इसके साथ ही, छिंगहाई-तिब्बत पठार पृथ्वी पर सबसे स्वच्छ क्षेत्रों में से एक है। वायु की गुणवत्ता आर्कटिक क्षेत्र की तुलना में अच्छी है, और मिट्टी का वातावरण आमतौर पर प्राकृतिक पृष्ठभूमि की स्थिति में है।
हालाँकि, वैश्विक जलवायु परिवर्तन के चलते छिंगहाई-तिब्बत पठार को भी हिमनद पीछे हटने और जमी हुई मिट्टी के पिघलने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां की पारिस्थितिकी बहुत नाजुक और संवेदनशील है, एक बार क्षतिग्रस्त होने के बाद इसे बहाल करना बहुत मुश्किल है।
छिंगहाई--तिब्बत पठार के पारिस्थितिक संरक्षण को मजबूत करने, पारिस्थितिक जोखिमों को रोकने व नियंत्रित करने, पारिस्थितिक सुरक्षा सुनिश्चित करने, राष्ट्रीय पारिस्थितिक सभ्यता की उच्च-भूमि का निर्माण करने, सतत आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने और मनुष्य व प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व को बखूबी अंजाम देने के लिए चीन ने "छिंगहाई-तिब्बत पठार पारिस्थितिक संरक्षण कानून" बनाया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस कानून का अधिनियमन चीन की पारिस्थितिक सुरक्षा सुनिश्चित करने, पारिस्थितिक जोखिम रोकथाम व नियंत्रण को मजबूत करने की वस्तुनिष्ठ आवश्यकता है, इसके साथ ही, यह छिंगहाई-तिब्बत पठार पर पारिस्थितिक संरक्षण की विशेष समस्याओं को हल करने की व्यावहारिक आवश्यकता भी है, जो छिंगहाई-तिब्बत पठार के पारिस्थितिक संरक्षण के लिए दूरगामी भूमिका निभाता है।
पृथ्वी के तीसरे ध्रुव के पारिस्थितिक पर्यावरण की रक्षा करना चीनी राष्ट्र के अस्तित्व और विकास में महान योगदान देता है, और यह चीन, यहां तक कि एशिया के लिए महत्वपूर्ण पारिस्थितिक सुरक्षा अवरोध भी बनाता है।
(श्याओ थांग)