जो सीखा और जाना है, उस पर पूरा ध्यान दें और उसका इस्तेमाल करें

2023-04-24 16:28:21

चान थ्येनयोउ (जेमी थिएन यो, 26 अप्रैल1861- 24 अप्रैल वर्ष 1919) चीन में पहले मुख्य रेलवे इंजीनियर थे, जो चीन में पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे और लुआन्हे पुल आदि अन्य मुख्य परियोजनाओं के निर्माण के लिए जिम्मेदार थे। उन्हें चीनी रेलवे के पिता और चीन की आधुनिक इंजीनियरिंग के पिता के रूप में जाना जाता है।

चान थ्येनयोउ की मुख्य उपलब्धियों में थांगशान रेलवे, लुआन्हे पुल, थ्येनचिन-पेइचिंग रेलवे, शिनछेंग-यीश्यान रेलवे और पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे आदि प्रमुख परियोजनाओं का निर्माण शामिल है।

थांगशान रेलवे चीन का अंतर्राष्ट्रीय मानक वाला पहला गेज रेलवे है, जो पेइचिंग-शानतोंग रेलवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विभिन्न देशों के विशेषज्ञों की लगातार विफलता के बाद चान थ्येनयोउ ने उन्नत कैसॉन बिल्डिंग नींव का उपयोग करके सफलतापूर्वक पहला पुल लुआन्हे पुल बनाया। रेलवे इंजीनियर के रूप में चान थ्येनयोउ ने थ्येनचिन-पेइचिंग रेलवे का निर्माण किया था। थ्येनचिन-पेइचिंग रेलवे को चीनी रेलवे के इतिहास में एक विशेष दर्जा हासिल है। यह चीन के छिंग राजवंश में "वास्तविक प्रशासन में सुधार" के कार्यान्वयन का एक प्रतीकात्मक हिस्सा भी था। चीनी स्व-निर्मित रेलवे की शुरुआत शिनछंग-यीश्यान रेलवे के पूरा होने से चीनी लोगों के स्व-निर्मित रेलवे के निर्माण के विश्वास को प्रोत्साहित किया गया और पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे के निर्माण के लिए एक अच्छी नींव रखी गयी। 

पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे पेइचिंग के फेंगताई जिले से हेबेई प्रांत के चांगच्याखो तक है, जो पातालिंग,  चुयॉन्गगुआन, शाछंग, श्युआनहुआ आदि स्थानों से होकर गुजरती है। पेइचिंग-चांगच्याखो रेल लाइन की कुल लंबाई लगभग 200 किलोमीटर है। पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे का निर्माण वर्ष 1905 में शुरू हुआ और चार साल से भी कम समय में वर्ष 1909 में पूरा हुआ। यह चीन का पहला रेलवे है, जिसका पहली बार चीनी नागरिकों द्वारा खुद सर्वेक्षण, डिजाइन, निर्माण और संचालन किया गया। चान थ्येनयोउ ने निर्धारित समय से दो साल पहले और निर्धारित बजट से कम खर्च करने में यह काम पूरा किया। छिंगलोंगछ्याओ रेलवे स्टेशन के पास खड़ी ढलान पर काबू पाने के लिए उन्होंने एक ज़िग ज़ैग सेक्शन का डिजाइन और निर्माण किया। बातालिंग रेलवे सुरंग की खुदाई करते समय, उन्होंने सुरंग के रास्ते में एक लंबवत शाफ्ट ड्रिल करके निर्माण को गति दी। श्रमिकों ने क्रमशः शाफ्ट से दो सिरों तक रास्ते खोदे, जबकि अन्य श्रमिकों ने एक ही समय में सुरंग के दोनों सिरों पर काम किया। इससे खुदाई करने का समय कम हो गया।

वहीं, पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे के निर्माण के दौरान चान थ्येनयोउ ने विभिन्न रेलवे इंजीनियरिंग मानक  तैयार किए और तत्कालीन छिंग सरकार को इन्हें राष्ट्रव्यापी मानक के रूप में मानने का अनुरोध करते हुए एक पत्र भेजा। 1.435-मीटर चौड़ा मानक रेलवे ट्रैक अभी भी चीन में इस्तेमाल में लाया जाता है, जो चान थ्येनयोउ द्वारा प्रस्तावित किया गया था। इसके अलावा, चान थ्येनयोउ ने रेलवे कर्मियों के प्रशिक्षण को भी बहुत महत्व दिया। उन्होंने इंजीनियरों की पदोन्नति व स्थानांतरण के लिए नियम तैयार किए, इंजीनियरिंग कर्मियों के कार्यों के मूल्यांकन व आवश्यकताओं पर स्पष्ट नियम बनाए।  

चान थ्येनयोउ कहते थे कि प्रत्येक व्यक्ति ने जो कुछ सीखा और जाना है, उस पर पूरा ध्यान देना और उसका पूरा इस्तेमाल करना है, ताकि अपना देश दूसरों के द्वारा अपमानित न हो और यह पृथ्वी पर अपने दम पर खड़ा हो सके। चान थ्येनयोउ की भावना को विरासत में लेते हुए, चीन की रेलवे प्रौद्योगिकी का विकास और नवाचार जारी है।

29 अप्रैल 2016 को पेइचिंग-चांगच्याखो हाई स्पीड रेलवे का निर्माण शुरू हुआ। 30 दिसंबर वर्ष 2019 को पेइचिंग-चांगच्याखो हाई-स्पीड रेलवे को परिचालन में लाया गया। यह 2022 पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के लिये यातायात समर्थन की एक महत्वपूर्ण सुविधा है। यह रेलवे न केवल चीन में स्व-विकसित पेइतो उपग्रह नेविगेशन प्रणाली को अपनाते हुए पहला इंटेलिजेंट हाई-स्पीड रेलवे है, बल्कि दुनिया में 350 किमी प्रति घंटे की अधिकतम डिज़ाइन गति वाला पहला हाई-स्पीड रेलवे है, जो अल्पाइन और हवादार-रेतीले इलाके को पार करता है।

वर्ष 1909 में पेइचिंग-चांगच्याखो रेलवे के आधिकारिक समापन से लेकर वर्ष 2019 में पेइचिंग-चांगच्याखो हाई-स्पीड रेलवे के उद्घाटन तक, 35 किलोमीटर प्रति घंटे से 350 किलोमीटर प्रति घंटे तक, सौ से अधिक वर्षों में, नये पेइचिंग-चांगच्याखो रेल मार्ग और पुराने पेइचिंग-चांगच्याखो रेल मार्ग का मिलन हुआ है।

(हैया)

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