एशियाई-अफ्रीकी लोगों के बीच एकजुटता व सहयोग के मील का पत्थर बांडुंग सम्मेलन

2023-04-16 15:58:41

बांडुंग सम्मेलन, अप्रैल 1955 में, 29 एशियाई-अफ्रीकी देशों और क्षेत्रों के सरकारी प्रतिनिधिमंडलों द्वारा इंडोनेशिया के बांडुंग में आयोजित एशियाई-अफ्रीकी सम्मेलन है। बांडुंग सम्मेलन में पारित “एशियाई-अफ्रीकी सम्मेलन के अंतिम विज्ञप्ति”में आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक सहयोग, मानवाधिकारों और आत्मनिर्णय और विश्व शांति व सहयोग को बढ़ावा देने जैसे पर सहमति शामिल थी।

बांडुंग सम्मेलन का सफल आयोजन एशियाई और अफ्रीकी लोगों की एकजुटता और सहयोग, मतभेदों को दरकिनार रखकर समानताओं की खोज करने और परामर्श के माध्यम से आम सहमति तक पहुंचने का उदाहरण था। सम्मेलन में "एकता, दोस्ती, सहयोग, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, और मतभेदों को दूर रखते हुए आम जमीन की तलाश" के बांडुंग भावना का गठन किया गया, जो एशियाई और अफ्रीकी देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों की स्थापना और विकास के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत प्रदान करता है, और देशों के बीच ऐतिहासिक मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए इसने एक प्रभावी रास्ता बताया है, जो अंतरराष्ट्रीय संबंधों और अंतरराष्ट्रीय कानून का एक बुनियादी मानदंड बन गया है जिसे आम तौर पर मान्यता प्राप्त है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा इसका पालन किया जाता है।

बांडुंग सम्मेलन ने विकासशील देशों को राष्ट्रीय स्वतंत्रता और मुक्ति के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया, दक्षिण-दक्षिण सहयोग और गुटनिरपेक्ष आंदोलन की शुरुआत की और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का विकास गहन को बढ़ावा दिया।

नए युग में चीन व्यापक दृष्टि और मजबूती से एशिया और अफ्रीका के विकास की पदोन्नति कर रहा है। जनवरी 2017 में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने घोषणा की: विश्व शांति बनाए रखने, साझा विकास को बढ़ावा देने, साझेदारी बनाने, बहुपक्षवाद का समर्थन करने का चीन का संकल्प नहीं बदलेगा।

(आलिया)

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