मानव साझे भाग्य समुदाय के सहनिर्माण पर गर्म चर्चा

2023-04-06 18:39:26

 

हाल ही में मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण की 10वीं वर्षगांठ और मानव सभ्यता के नए रूप का निर्माण शीर्षक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी पेइचिंग में आयोजित हुई। इस संगोष्ठी में कई देशों के राजनीतिज्ञों, विशेषज्ञों और विद्वानों ने मानव साझे भाग्य समुदाय के सहनिर्माण की अवधारणा पर अपना समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दुनिया को स्थायी और दूरदर्शी समाधानों की आवश्यकता है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के विकास और प्रगति को लगातार बढ़ावा दिया जा सके।

चीन में स्थित इंडोनेशियाई दूतावास के राजनीतिक काउंसलर इरवानशाह मुखलिस ने कहा कि इंडोनेशिया और चीन हमेशा बहुपक्षीय, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय संबंधों में घनिष्ठ साझेदार रहे हैं। इधर के सालों में दोनों देशों ने सहयोग व आदान-प्रदान में प्रचुर उपलब्धियां हासिल कीं, जैसे कि जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे, इंडोनेशिया की नई राजधानी का विकास और क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक गलियारा इत्यादि। इनके अलावा, दोनों देशों के बीच सहयोग में टीके, हरित विकास, नेटवर्क सुरक्षा और महासागर जैसे कई क्षेत्र भी शामिल हैं, जिसके तहत सभी मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण की अवधारणा का अभ्यास करना है।

चीन में स्थित दक्षिण अफ्रीका के राजदूत सियाबोंगा सी.क्वेल ने कहा कि चीन द्वारा प्रस्तुत मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण की अवधारणा और अफ्रीका की पारंपरिक उबंटू अवधारणा के बीच कई समानताएं हैं। दोनों का लंबा इतिहास है और दोनों देशों की सभ्यताओं में निहित हैं। शांति, सम्मान, साझाकरण और एकता पर जोर देते हुए ये समानताएं अफ्रीकी महाद्वीप और चीन के बीच गहरी दोस्ती को भी प्रदर्शित करती हैं।

चीनी सहायक विदेश मंत्री हुआ छुनयिंग ने कहा कि मानव साझे भाग्य समुदाय की अवधारणा उत्कृष्ट पारंपरिक चीनी संस्कृति में निहित है, जो दुनिया के अधिकांश देशों और लोगों की सामान्य आकांक्षा और समान हितों के अनुरूप है। मानव साझे भाग्य समुदाय के निर्माण का अर्थ है कि सभी देश हाथ मिलाकर विकास और समान समृद्धि हासिल करें।

(मीनू)

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