एशिया-प्रशांत क्षेत्र भू-राजनीतिक खेलों का अखाड़ा नहीं है- चीन
जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की जल्द ही भारत यात्रा की चर्चा करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 17 मार्च को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र भू-राजनीतिक खेलों का अखाड़ा नहीं है।
उन्होंने कहा कि संबंधित देशों के बीच सहयोग क्षेत्रीय देशों के बीच आपसी समझ और विश्वास बढ़ाने के लिए अनुकूल होना चाहिए। क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए अनुकूल होना चाहिए। तीसरे पक्ष के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। कुछ देशों की कथनी में तथाकथित "इंडो-पैसिफिक में स्वतंत्रता और खुलापन", वास्तव में शिविरों के बीच टकराव का छोटा ग्रुप बनाना है। चीन की ऐसी कार्य योजनाओं में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन उस देश की योजना को लेकर चिंतित है, जो प्रशांत महासागर में परमाणु-दूषित पानी को मुक्त रूप से छोड़ना चाहता है।
(श्याओ थांग)