चीन-मालदीव नेत्र केंद्र सहायता और सहयोग परियोजना शुरू
चीन-मालदीव नेत्र केंद्र सहायता व सहयोग परियोजना की शुरूआती रस्म 11 फरवरी की शाम को मालदीव के हुलहुमले अस्पताल में आयोजित हुई। मालदीव के उपराष्ट्रपति फैसल नसीम और अन्य सरकारी अधिकारियों ने इस में भाग लिया।
नसीम ने अपने भाषण में मालदीव को नेत्र केंद्र बनाने और चिकित्सा विशेषज्ञ टीम भेजने में मदद करने के लिए चीन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल स्थानीय रोगियों को लाभ होगा, बल्कि मालदीव के चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षण के अच्छे अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में चीन के साथ सहयोग मजबूत करने की उम्मीद जताई और उन्हें विश्वास है कि भविष्य में भी दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत और विकसित होते रहेंगे।
मालदीव के स्वास्थ्य मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. शाह माहिर ने कहा कि चीन द्वारा प्रदान किए गए उन्नत उपकरण और पेशेवर प्रशिक्षण से नेत्र केंद्र के चिकित्सा सेवा स्तर में काफी सुधार होगा और मालदीव के लोगों को लाभ होगा।
मालदीव स्थित चीनी राजदूत वांग लिशिन ने कहा कि मालदीव के लिए चीन का चिकित्सा सहायता मॉडल "आदमी को मछली देने" से "आदमी को मछली पकड़ना सिखाने" में बदल रहा है। इसने न केवल दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया मॉडल खोला, बल्कि मालदीव के लोगों के लिए ठोस लाभ भी लाया।
चीन-मालदीव नेत्र केंद्र की प्रमुख छन वेइरोंग ने कहा कि दैनिक चिकित्सा कार्य करने के अलावा, चीनी विशेषज्ञ योजनाबद्ध तरीके से अस्पताल के सॉफ्टवेयर निर्माण को अंजाम देंगे, और स्थानीय चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे, ताकि वे स्वतंत्र रूप से नियमित नेत्र की सर्जरी कर सकें। भविष्य में, स्थानीय चिकित्सा कर्मचारियों को भी आगे के अध्ययन के लिए चीन जाने के लिए चुना जाएगा।
परियोजना की शुरूआती रस्म में, वांग लिशिन और छन वेइरोंग ने चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और क्वांगतोंग प्रांत के सुन यात-सेन विश्वविद्यालय के सुन यात-सेन नेत्र केंद्र की ओर से हुलहुमले अस्पताल को चिकित्सा उपकरणों का एक बैच दान किया।
(मीनू)