कुछ देशों द्वारा चीन के खिलाफ भेदभावपूर्ण प्रवेश प्रतिबंध कदमों का विरोधः चीन
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 31 जनवरी को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुछ देश अभी भी चीन के खिलाफ भेदभावपूर्ण प्रवेश प्रतिबंधों को अपनाने पर कायम हैं, चीन इसका दृढ़ता के साथ विरोध करता है और चीन के पास आवश्यक पारस्परिक कदम उठाने के कारण हैं।
यह पूछे जाने पर कि चीन सरकार दक्षिण कोरिया से चीन आने वाले सभी यात्रियों का न्यूक्लिक एसिड परीक्षण करेगी। इसका उल्लेख करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने कोरोना वायरस के संक्रमण प्रबंधन में बी श्रेणी को समायोजित किया है, इसके बाद से कुछ देशों ने चीनी यात्रियों पर अवैज्ञानिक प्रवेश प्रतिबंध अपनाए। चीन ने तथ्यों के अनुसार सबसे ईमानदारी से समझाया और संबंधित देशों के साथ संपर्क किया। लेकिन खेद की बात है कि कुछेक देश अभी भी चीन के खिलाफ़ भेदभावपूर्ण प्रवेश प्रतिबंधों को अपनाने रहे हैं। चीन इसका दृढ़ता से विरोध करता है और चीन के पास आवश्यक पारस्परिक कदम उठाने का आधार है।
प्रवक्ता माओ निंग ने बल देते हुए कहा कि चीन हमेशा महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के राजनीतिकरण का दृढ़ता से विरोध करता है और मानता है कि चीन के खिलाफ भेदभावपूर्ण प्रतिबंधात्मक उपायों को रद्द किया जाना चाहिए। चीन विभिन्न देशों के साथ मिलकर घरेलू और विदेशी कर्मियों के सामान्य आवाजाही के लिए ज्यादा अनुकूल स्थितियां तैयार करना चाहता है।
(श्याओ थांग)