पठार पर प्राचीन शहर ल्हासा में लोगों का रात्रि जीवन
2023-01-27 17:41:01
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पठार पर प्राचीन शहर ल्हासा में लोगों का रात्रि जीवन

पठार पर प्राचीन शहर ल्हासा में लोगों का रात्रि जीवन

तिब्बत स्वायत्त प्रेदश की राजधानी ल्हासा एक प्रचीन शहर है, जिसका इतिहास 1300 से अधिक वर्ष पुराना है। रात में इस शहर में रोशनी उज्ज्वल होती है, समृद्ध और रंगीन रात्रि जीवन इस प्राचीन शहर को पठार पर "कभी नहीं सोने वाला शहर" बनाती है।

पठार पर प्राचीन शहर ल्हासा में लोगों का रात्रि जीवन

कुछ दिन पहले संपन्न तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में 12वीं जन प्रतिनिधि सभा के पहले सम्मेलन में सरकारी कार्य रिपोर्ट पेश की गयी, जिससे पता चलता है कि साल 2022 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 2 खरब 16 अरब 5 करोड़ युआन तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें वर्ष 2021 की तुलना में लगभग 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शहरी और ग्रामीण निवासियों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय में क्रमशः लगभग 8 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।

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1 जनवरी से 15 मार्च 2023 तक, तिब्बत में "तिब्बत की शीतकालीन यात्रा" शीर्षक पांचवें दौर की उदार नीति लागू की जा रही है, इस दौरान पर्यटकों को कई तरह के लाभ मिलते हैं, पोताला महल समेत कई दर्शनीय स्थल पर्यटकों के लिए मुफ्त में खुले रहेंगे।

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पोताला महल रात में जगमगाता है। पाखोर मॉल में घूमते हुए लोग लांगमा हॉल में उत्साही तिब्बती गीत सुन सकते हैं। इस प्राचीन पठारीय शहर में रात का विशेष रंग होता है।

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तिब्बत स्वायत्त प्रेदश की राजधानी ल्हासा एक प्रचीन शहर है, जिसका इतिहास 1300 से अधिक वर्ष पुराना है। रात में इस शहर में रोशनी उज्ज्वल होती है, समृद्ध और रंगीन रात्रि जीवन इस प्राचीन शहर को पठार पर "कभी नहीं सोने वाला शहर" बनाती है।