सीमा क्षेत्र में हवाई हमले को लेकर एक दूसरे की निंदा की अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने
हाल में अफगानिस्तान और पाकिस्तान ने दोनों के सीमा क्षेत्रों में हवाई हमले को लेकर एक दूसरे की निंदा की। अफगानिस्तान ने पाक सैन्य पक्ष द्वारा पूर्वी अफगानिस्तान में हवाई हमले पर जबरदस्त प्रतिक्रिया की। अफगान नागरिकों ने पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान की प्रभुसत्ता पर आक्रमण करने की आलोचना की। जबकि पाकिस्तान ने 17 अप्रैल को अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार से अफगानिस्तान में छिपे हुए सशस्त्र व्यक्तियों के पाकिस्तान पर प्रहार करने को रोकने के लिए कदम उठाने की मांग की।
16 और 17 अप्रैल को अफगान नागरिकों ने प्रदर्शन कर पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमले की निंदा की। अफगान अंतरिम सरकार के विदेश मंत्रालय ने 16 अप्रैल को सोशल मीडिया पर खबर जारी कर कहा कि अफगान कार्यवाहक विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने पाकिस्तानी राजदूत को बुलाकर विरोध जताया और कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई द्विपक्षीय संबंधों में बुरा असर डालेगी।
उधर पाक विदेश मंत्रालय ने 17 अप्रैल को वक्तव्य जारी कर आतंकवादियों के अफगान भूमि का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादी कार्रवाई करने की निंदा की, साथ ही अफगान सरकार से आतंकियों को कड़ी सज़ा देने का आह्वान किया। पाक विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाक सैन्य कर्मियों की तलाशी से बचने के लिए आतंकी लोग अकसर सीमा पार कर अफगानिस्तान में छिप जाते हैं, साथ ही मौका पाकर पाक सैन्य कर्मियों पर हमला करते हैं। पाक पक्ष ने अफगान सरकार से मांग की थी, लेकिन अफगान पक्ष ने व्यवहारिक कदम नहीं उठाया। पाकिस्तान के अनुसार बीते कई दिनों से अफगानिस्तान की ओर से सीमा पार हमले हो रहे हैं। उनका निशाना पाक सुरक्षा बल हैं।
गौरतलब है कि गत दिसम्बर में अफगान तालिबान ने पाक सरकार और सीमांत क्षेत्र के पाकिस्तान तालिबान को शांति वार्ता करने के लिए प्रेरित किया, लेकिन विभिन्न कारणों से शांति वार्ता विफल रही। अफगान तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमांत क्षेत्र में तनाव रहा और सीमांत हमले बढ़ते रहे। हमलावार मुख्यतः पाक तालिबान और उग्रवादी संगठन आईएस संगठन की अफगान शाखा के हैं।
(श्याओयांग)