नेपाल के प्रधानमंत्री से मिले चीनी विदेश मंत्री
नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने 26 मार्च को काठमांडू में प्रधानमंत्री भवन में यात्रा पर गए चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
देउबा ने पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के सफल आयोजन पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि नेपाल-चीन दोस्ती का लंबा इतिहास है, जिसकी जड़ दोनों देशों के लंबे इतिहास और संस्कृति में समायी हुई है। चीन नेपाल का विश्वसनीय अच्छा दोस्त, अच्छा पड़ोसी और अच्छा साझेदार है। नेपाल लंबे समय तक नेपाल के आर्थिक और सामाजिक विकास में मजबूत समर्थन देने के प्रति चीन का आभारी है। नेपाल-चीन संबंधों के विकास का अच्छा रुझान बना रहा। और आपसी लाभ वाले चतुर्मुखी सहयोग से दोनों लोगों को महत्वपूर्ण लाभ मिला। नेपाल 2019 में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ऐतिहासिक नेपाल यात्रा के महत्वपूर्ण परिणामों को लागू करने और समान विकास और समृद्धि हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
वांग यी ने कहा कि चीन और नेपाल हमेशा एक-दूसरे का समर्थन, भरोसा और मदद करते हैं। दोनों देशों की परंपरागत मैत्री भूकंप और महामारी के संयुक्त मुकाबले में उन्नत किया गया। आपसी लाभ वाले सहयोग को प्रभावी ढंग से बढ़ाया गया। चीन-नेपाल संबंध बड़े और छोटे देशों के बीच समान व्यवहार और सहयोग व उभय-जीत का एक मॉडल बना है, और चीन द्वारा अच्छी पड़ोसी वाली कूटनीति के अभ्यास का एक उदाहरण भी बन गया है। चीन राष्ट्रीय संप्रभुता और गरिमा की रक्षा करने में नेपाल का दृढ़ता से समर्थन करता रहेगा, अपनी राष्ट्रीय स्थिति के अनुकूल विकास पथ की खोज में नेपाल का समर्थन करता रहेगा, और स्वतंत्र घरेलू और विदेशी नीतियों को लागू करने में नेपाल का समर्थन करता रहेगा। चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच सहमतियों के मार्गदर्शन में चतुर्मुखी सहयोग का विस्तार करने और दोनों देशों के बीच पीढ़ी दर पीढ़ी की दोस्ती वाले रणनीतिक साझेदारी संबंधों को बढ़ाने को तैयार है।
देउवा ने कहा कि नेपाल एक-चीन नीति का दृढ़ता से पालन करता रहेगा और किसी भी शक्ति को नेपाली भूमि पर चीन विरोधी गतिविधि करने की अनुमति नहीं देगा। वांग यी ने इस बारे में प्रशंसा करते हुए कहा कि यह दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का उचित अर्थ है। चीन एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं से संबंधित मुद्दों पर नेपाल के साथ मजबूती से खड़ा रहने, आंतरिक मामलों में गैर-हस्तक्षेप के सिद्धांत और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों को बनाए रखते हुए एकपक्षवाद का विरोध करने, सत्ता की राजनीति का विरोध करने और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता में योगदान देने को तैयार है।
दोनों पक्षों का मानना है कि चीन-नेपाल सहयोग में काफी संभावनाएं हैं और दोनों देशों के बीच व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने से न केवल दोनों देशों की जरूरतों को पूरा किया जाएगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और समृद्धि में मजबूत शक्ति लगायी जाएगी।
मुलाकात के बाद दोनों पक्षों ने वीडियो के जरिए पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना के समापन समारोह में भाग लिया।
(मीनू)