भारत: चीनी दूतावास ने पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक पर वीडियो आदान-प्रदान गतिविधि आयोजित की
भारत में चीनी दूतावास ने हाल ही में पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक का समर्थन करने के लिए भारतीय युवाओं के साथ "एक साथ साझा भविष्य के लिए" शीर्षक वीडियो आदान-प्रदान गतिविधि आयोजित की। चीनी राजदूत सुन वेइतोंग ने प्रमुख वक्ता के रूप में भाषण दिया। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक आयोजन समिति के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क विभाग के उप निदेशक वान शुएचुन और कंफेडरेशन ऑफ यंग लीडर्स के अध्यक्ष हिमाद्रिश सुवन ने भी भाषण दिए। भारत-चीन मैत्री संघ की पुड्डुचेरी शाखा, भारत-चीन व्यापार केंद्र, शू फांचेंग सांस्कृतिक अनुसंधान केंद्र, भारतीय कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के युवा और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के प्रतिनिधियों सहित 100 से अधिक लोगों ने गतिविधि में भाग लिया।
सुन वेइतोंग ने कहा कि 14 साल बाद ओलंपिक की मशाल फिर से पेइचिंग में जलाई जाएगी। यह हजार साल पुराना प्राचीन शहर ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक खेलों की क्रमिक मेजबानी करने वाला दुनिया का पहला "डबल ओलंपिक शहर" बन जाएगा। पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की आयोजन अवधारणा "हरा, साझा, खुला और स्वच्छ" है। चीन हरे और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से खेलों का आयोजन करने पर कायम रहता है, हरे-भरे व पारिस्थितिक पर्यावरण के अनुकूल प्रतिस्पर्धा क्षेत्र के निर्माण पर जोर देता है, खेल के विकास को पारिस्थितिक सभ्यता को बढ़ाने से जोड़ता है, जिससे लोग न केवल बर्फ के खेलों के आकर्षण का आनंद ले सकते हैं, बल्कि प्रकृति की पारिस्थितिक सुंदरता की रक्षा भी कर सकते हैं। उधर, चीन खेलों के सुरक्षित आयोजन पर जोर देता है और दुनिया भर के एथलीटों व प्रतियोगियों के जीवन और स्वास्थ्य पर बहुत ध्यान देता है और महामारी की रोकथाम और नियंत्रण को सबसे पहले स्थान पर रखता है, सभी प्रतियोगियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण और अच्छे प्रतियोगिता अनुभव प्रदान करने की पूरी कोशिश करेगा।
वान शुएचुन ने अपने भाषण में शीतकालीन ओलंपिक के स्थान और बुनियादी ढांचे, आयोजन की संचालन और समर्थन क्षमता, खेलों की सेवा गारंटी, कोविड-19 महामारी का मुकाबला, और निरंतर ओलंपिक समेत पाँच पहलुओं में पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की तैयारी के बारे में जानकारी दी।
हिमाद्रिश सुवन ने अपने भाषण में कहा कि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक आंदोलन विभिन्न देशों, जातियों, और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों को एक साथ इकट्ठा करता है, एक दूसरे के बीच आपसी समझ और दोस्ती को गहरा करता है और मानव शांति व विकास को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने भारतीय युवाओं की ओर से पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के लिए अपना समर्थन और शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
(मीनू)