प्रचंड होंगे नेपाल के नए प्रधानमंत्री
नेपाली राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने 25 दिसंबर को नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के अध्यक्ष पुष्पकमल दहल (प्रचंड) को नई गठबंधन सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया।
नेपाल के राष्ट्रपति भवन ने उसी दिन बयान जारी किया कि भंडारी ने नेपाली संविधान के प्रावधान के अनुसार प्रचंड को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया। नेपाली संविधान यह निर्धारित करता है कि राष्ट्रपति संघीय संसद के निचले सदन में बहुमत प्राप्त करने वाले सांसद को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त कर सकता है। प्रचंड को 275 सीटों वाले निचले सदन में 169 सांसदों का समर्थन प्राप्त है, जो 138 की जरूरत से अधिक है।
खबर है कि प्रचंड 26 दिसंबर की दोपहर शपथ लेंगे।
नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के महासचिव देव गुरुंग ने मीडिया को बताया कि प्रचंड ने सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी, नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली के साथ पहले ही परामर्श कर लिया था। दोनों पक्षों ने प्रचंड के सबसे पहले प्रधानमंत्री बनने और पांच साल के कार्यकाल के आधे समय के बाद ओली के फिर से प्रधानमंत्री बनने पर सहमति जतायी। नई गठबंधन सरकार नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) और नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी)सहित 7 राजनीतिक पार्टियों से गठित होगी।
इससे पहले प्रचंड दो बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।
(मीनू)