एकजुटता में बल है, एकजुटता में विजय है

2022-12-21 12:03:15

 20 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय एकता दिवस है। संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी घोषणा में कहा गया है कि "एकजुटता" 21वीं सदी में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मूल्यों में से एक है, और जो लोग पीड़ित हैं या सबसे कम लाभान्वित हैं, उन्हें उन लोगों द्वारा मदद की जानी चाहिए जो सबसे अधिक लाभ उठाते हैं। पिछले दो महीनों में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कई प्रमुख बहुपक्षीय राजनयिक कार्यक्रमों में भाग लिया। उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण भाषणों में " एकजुटता" उन प्रमुख शब्दों में से एक थी जिन पर उन्होंने जोर दिया।

   15 नवंबर को शी चिनफिंग ने इंडोनेशिया के बाली में जी20 के नेताओं के 17वें शिखर सम्मेलन में भाग लिया। अपने भाषण में, उन्होंने इंडोनेशियाई कहावतों का हवाला दिया और संकट की स्थिति में एकता और सहयोग के महत्व को गहराई से समझाया।

   18 नवंबर को शी चिनफिंग ने थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित 29वीं एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) अनौपचारिक नेताओं की बैठक में भाषण दिया और कहा कि पिछले कुछ दशकों में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तेजी से आर्थिक विकास शांतिपूर्ण और स्थिर वातावरण से लाभान्वित हुआ है। एक महत्वपूर्ण रहस्योद्घाटन आपसी सम्मान, एकजुटता और सहयोग है, और समस्याओं का सामना करते समय हर कोई चर्चा करता है और चीजों को संभालता है।

   9 दिसंबर को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में पहला चीन-अरब शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। अपने मुख्य भाषण में शी चिनफिंग ने जोर देते हुए कहा कि रणनीतिक साझेदारों के रूप में, चीन और अरब देशों को आपसी दोस्ती की भावना को आगे बढ़ाना चाहिए, एकजुटता और सहयोग को मजबूत करना चाहिए, और एक साझा भविष्य के साथ और घनिष्ठ चीन-अरब भाग्य समुदाय का निर्माण करना चाहिए। ताकि दो देशों के लोगों को बेहतर लाभ मिल सके और मानव प्रगति के कारण को बढ़ावा मिले। (वनिता)

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