अफ्रीका को प्रमुख ताकतों के अखाड़े के रूप में बनाने का दृढ़ता से विरोध करता है चीन

2022-12-13 17:49:56

आगामी अमेरिका-अफ्रीका शिखर सम्मेलन के बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 13 दिसंबर को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सभी पक्षों को अफ्रीका पर अधिक ध्यान देते हुए देखकर खुश है, लेकिन अफ्रीका को प्रमुख ताकतों के अखाड़े के रूप में बनाने का दृढ़ता से विरोध करता है।

रिपोर्टों के अनुसार कुछ दिन पहले, दक्षिण अफ्रीका के ग्लोबल डायलॉग इंस्टीट्यूट ने रिपोर्ट जारी कर कहा कि पूर्व अमेरिकी सरकारों ने अफ्रीका को विकास की चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए कभी भी व्यावहारिक कदम नहीं उठाया, बल्कि केवल अफ्रीकी देशों को अफ्रीका और दुनिया में चीन और रूस के प्रभाव पर अंकुश लगाने के उपकरण के रूप में बनाने की कोशिश की। अमेरिका की धमकाने वाली कूटनीति की तुलना में चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और आपसी लाभ व उभय जीत के रुख का अफ्रीकी देशों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है। वांग वनपिन ने कहा कि अफ्रीका के विकास का समर्थन करना अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की साझा जिम्मेदारी है। चीन हमेशा ईमानदारी व सौहार्द की अवधारणा से अफ्रीका के साथ संबंधों का विकास करता है, और अफ्रिकी देशों का आपसी सम्मान, समान व्यवहार और ईमानदार सहयोग वाला साझेदार बनने पर कायम रहता है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका-अफ्रीका शिखर सम्मेलन आयोजित होने वाला है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सभी पक्षों को अफ्रीका पर अधिक ध्यान देते हुए देखकर खुश हैं, लेकिन अफ्रीका को प्रमुख ताकतों के अखाड़े के रूप में बनाने, अफ्रीका के प्रति रणनीति का अफ्रीका के साथ अन्य देशों के सहयोग को रोकने और उस पर हमला करने के लिए उपकरण के रूप में उपयोग करने का दृढ़ता से विरोध करते हैं। इस बारे में अफ्रीकी लोगों के अपने निर्णय हैं और अफ्रीकी देशों के पास अपने स्वयं के हितों के अनुरूप साझेदारों को चुनने की बुद्धि और क्षमता भी है। आशा है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अफ्रीकी देशों की वास्तविक जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करेगा, व्यावहारिक कार्रवाई कर अफ्रीका के आर्थिक विकास व जन-जीवन में सुधार बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास करेगा।

(मीनू)

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