विश्व बैंक: इस वर्ष भारत की जीडीपी 6.9 प्रतिशत का अनुमान
विश्व बैंक ने 6 दिसंबर को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि के अनुमान को संशोधित कर 6.9 प्रतिशत कर दिया। हालांकि अक्तूबर में भारत की जीडीपी वृद्धि के अनुमान को पहले अनुमानित 7.5 प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया था।
एक हफ्ते पहले भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर तक) में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर गिरकर 6.3 प्रतिशत हो गई, जो गत वर्ष की समान अवधि में 8.4 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
इससे पिछली तिमाही (अप्रैल से जून तक) में भारत की जीडीपी में 13.5 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई थी।
वृद्धि प्राप्त प्रमुख क्षेत्रों में, कृषि उत्पादन में 4.6 प्रतिशत, और निर्माण क्षेत्र में 6.6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि विनिर्माण क्षेत्र में 4.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
6.3 फीसदी की जीडीपी वृद्धि दर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के अनुमान के अनुरूप देखा जा रहा है। नवंबर में उसने इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए वृद्धि दर को 6.1-6.3 प्रतिशत आंका था।
वृद्धि के लिए अपने ताज़ा आउटलुक में रिजर्व बैंक को इस वित्तीय वर्ष के लिए 7 प्रतिशत की वृद्धि देखने की उम्मीद है।
आरबीआई ने कहा कि आधारभूत अनुमानों, सर्वेक्षण संकेतकों और मॉडल पूर्वानुमानों को ध्यान में रखते हुए, वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि में 7 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.3 प्रतिशत, तीसरी और चौथी तिमाही में 4.6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
(श्याओ थांग)