चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त बयान जारी किया

2022-11-03 14:32:20

2 नवम्बर को चीन और पाकिस्तान ने एक संयुक्त बयान जारी किया। बयान में कहा गया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने 1 से 2 नवम्बर तक चीन की औपचारिक यात्रा की। यह शहबाज़ शरीफ़ के प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पहली चीन यात्रा है। यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग और एनपीसी की स्थायी कमेटी के अध्यक्ष ली चानशू ने अलग अलग तौर पर  शहबाज़ शरीफ़ से वार्ता की। चीनी नेताओं ने प्रधानमंत्री  शहबाज़ शरीफ़ द्वारा लम्बे समय से चीन-पाक मैत्री के लिए किये गये प्रयास की प्रशंसा की।  शहबाज़ ने दोहराया कि पाकिस्तान द्विपक्षीय व्यापक सामरिक सहयोग साझेदारी संबंधों और विभिन्न क्षेत्रों के यथार्थ सहयोग को मजबूत करने में लगा हुआ है।

चीन और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय संबंध, क्षेत्रीय परिस्थिति और अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक परिस्थिति पर गहन रूप से विचारों का आदान प्रदान किया। दोनों ने यह सहमति प्राप्त की कि वैश्विक चुनौती के सामने चीन-पाक bव्यापक सामरिक सहयोग साझेदारी संबंधों का अहम अर्थ है। दोनों पक्षों के नेताओं ने दोहराया कि चीन-पाक मैत्री दोनों देशों के हितों से मेल खाती है, जो दोनों देशों के लोगों का ऐतिहासिक विकल्प है। चीन हमेशा चीन-पाक संबंधों को चीनी विदेशी नीति की प्राथमिकता मानता है। जबकि पाकिस्तान पक्ष ने जोर दिया कि पाक-चीन संबंध पाकिस्तान की विदेशी नीति में मील का पत्थर हैं। 

दोनों पक्षों ने एक दूसरे के केंद्रीय हितों से प्रासंगिक मुद्दों पर एक दूसरे का समर्थन करने की बात दोहरायी। पाकिस्तान एक चीन की नीति पर कायम रहता है और थाईवान, दक्षिण चीन सागर, हांगकांग, शिनच्यांग और तिब्बत संबंधी मुद्दों पर चीन का समर्थन करता है। चीन पाकिस्तान द्वारा देश की प्रभुसत्ता, स्वतंत्रता और सुरक्षा की रक्षा करने और पाकिस्तान के आर्थिक व सामाजिक विकास का समर्थन करता है।

चीन के नेताओं हाल में पाकिस्तान में आयी गंभीर बाढ़ को लेकर पाकिस्तान को संवेदना प्रकट की, जिसके प्रति पाक प्रधानमंत्री ने चीन सरकार और चीनी लोगों द्वारा दी गयी सहायता के प्रति आभार प्रकट किया। दोनों पक्षों ने 2023 के पूर्वार्द्ध में इस्लामाबाद में चौथी विदेश मंत्रियों की सामरिक वार्ता करने को मंजूरी दी। पाक प्रधानमंत्री ने दोहराया कि पाक सरकार चीन के साथ बेल्ट एंड रोड का सहनिर्माण करेगी और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के उच्च गुणवत्ता वाले विकास की प्रवृत्ति को बनाए रखने को भी मंजूरी दी। पाकिस्तान पक्ष ने फिर एक बार वादा किया कि वह पाकिस्तान में चीनी कर्मचारियों, प्रॉजेक्टों और संस्थाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश करेगा।

दोनों पक्षों ने कहा कि चीन-पाकिस्तान स्वतंत्र व्यापार समझौते के दूसरे चरण के प्रोटोकोल पर हस्ताक्षर करने के बाद द्विपक्षीय व्यापार रकम में स्थिर इज़ाफ़ा हुआ है। चीन इस समझौते के ढांचे में पाकिस्तान के और ज्यादा श्रेष्ठ खाद्य पदार्थों और कृषि उत्पादों के चीनी बाजार में प्रवेश करने का समर्थन करता है। दोनों ने होंगछीलाफू पोर्ट की बुनियादी संरचना में सुधार करने को भी मंजूरी दी।

दोनों ने ध्यान दिया कि चीन में ई-कॉमर्स बाजार का बहुत विशाल पैमाना है। दोनों पक्ष चीन के ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर पाक राष्ट्र हॉल की स्थापना करने पर सहमत हुए हैं और बाद में ऑनलाइन भुगतान सिस्टम, रसद, सीमा शुल्क सुविधाकरण आदि क्षेत्रों के सहयोग को और मजबूत करेंगे। 

दोनों देशों ने घनिष्ट संपर्क को बनाए रखकर पाकिस्तानी छात्रों के चीन में पढ़ने को सुविधा देने पर मान्यता दी। 2023 में चीन और पाकिस्तान पर्यटन आदान प्रदान वर्ष का आयोजन करेंगे। दोनों देशों के बीच सीधी विमान सेवा की बहाली भी की जाएगी।

चीन और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच सहयोग को और घनिष्ट किया जाएगा। दोनों पक्ष किसी भी तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं और आतंकवाद विरोधी सवाल को राजनीतिक मुद्दा बनाने  का विरोध करते हैं।

अफगान समस्या की चर्चा में दोनों यह मानते हैं कि एक शांत, समृद्ध, आपसी संपर्क और स्थिरता वाला अफगानिस्तान क्षेत्रीय समृद्धि और प्रगति का आधार है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान को सहायता और समर्थन देना चाहिए।

चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांत का कड़ाई से पालन करने की बात दोहरायी। दोनों पक्ष बहुपक्षवाद, स्वतंत्र व्यापार, सहयोग और साझी जीत को आगे बढ़ाएँगे। पाकिस्तान चीन द्वारा पेश की गयी वैश्विक विकास पहल का समर्थन करता है और चीन पाकिस्तान को इस पहल का प्राथमिक सहयोग साझेदारी मानता है।

चीन और पाकिस्तान एससीओ के तंत्र में सहयोग और समन्वय मजबूत करेंगे और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता की रक्षा करने, समृद्धि और विकास को आगे बढ़ाने और वैश्विक प्रशासन को परिपूर्ण बनाने के लिए और बड़ा योगदान देंगे।

पाक प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की चीन यात्रा के दौरान चीन और पाकिस्तान ने कई ज्ञापन और समझौतों पर हस्ताक्षर किये, जिनमें ई-कॉमर्स, डिजिटल अर्थव्यवस्था, पाकिस्तान के कृषि उत्पादों के चीन में निर्यात करने, वित्तीय सहयोग, सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण, बुनियादी संरचनाओं, आपात राहत, वैश्विक विकास पहल, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग आदि क्षेत्र शामिल हैं।


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