बड़े होने के दौरान चीनी बच्चों को कौन सी एनिमेशन फिल्में पसंद थीं

2022-10-26 11:41:34

हर वर्ष के 28 अक्तूबर को विश्व एनिमेशन दिवस मनाया जाता है। क्योंकि वर्ष 1892 की ठीक इसी तारीख को मानव के इतिहास में पहली एनिमेशन फिल्म जारी की गयी। इस बात को याद करने के लिये विश्व एनिमेशन संघ ने इस दिवस की स्थापना की। इस दिवस पर विभिन्न देश अलग-अलग रूपों में एनिमेशन की विविध छवियों को दिखाते हैं। स्क्रीनिंग, सेमिनार, व्याख्यान, कार्यशाला, प्रदर्शनियों और अन्य गतिविधियों को आयोजित करके आम दर्शक पेशेवरों के साथ एनीमेशन के रहस्य और मज़ा साझा कर सकते हैं।

इस मौके पर हम उन एनिमेशन फिल्मों की चर्चा करना चाहते हैं, जो बड़े होने के दौरान चीनी बच्चों के साथ हैं। वर्ष 1941 में चीन की पहली एनिमेशन फिल्म“लोहे के पंखे का प्रयोग करने वाली कुमारी”जारी की गयी, जिस ने चीनी समाज में हलचल मचाई। पिछली शताब्दी के 50-60वें दशक में चीनी एनिमेशन का स्वर्ण युग आया। वर्ष 1960 में दुनिया को चकित करने वाले चीनी स्याही एनिमेशन का जन्म हुआ। उदाहरण के लिये "लिटिल टैडपोल माँ की तलाश में" और "शेफर्ड बांसुरी"। फिर वर्ष 1961 से वर्ष 1964 तक एनिमेशन फिल्म“स्वर्ग में हंगामा”बनाया जाकर दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया गया। अपनी समृद्ध कल्पना और शानदार एनिमेशन कौशल के साथ इस फिल्म ने विश्व एनिमेशन मंच पर अपना महत्वपूर्ण स्थान स्थापित किया है। 21वीं शताब्दी में प्रवेश करके चीनी एनीमेशन में "सुखद बकरी और बड़ा बड़ा भेड़िया",“बूनी भालू”और फिल्म“बंदर राजा:हीरो वापस आया”ने फिर एक बार एनिमेशन के प्रति चीनी लोगों का जोश जगाया है।

चंद्रिमा

रेडियो प्रोग्राम