तिब्बती संस्कृति के "जीवित" विकास से किसानों और चरवाहों को मिला लाभ

2022-10-24 10:43:43

"विश्व की छत" पर स्थित छिंगहाई-तिब्बत पठार ने समृद्ध विविधता की उत्कृष्ट संस्कृतियों का पोषण किया है। तिब्बती ओपेरा, क्वोच्वांग नृत्य, थांगखा चित्र, "राजा गेसर" का वाचन-कथा इत्यादि। लंबे समय से चीन उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृतियों के संरक्षण, उत्तराधिकार और विकास को उच्च महत्व देता आया है। इस दौरान तिब्बत की उत्कृष्ट पारंपरिक संस्कृतियों को भी बड़ा विकास मिला है। पिछले दस सालों में तिब्बत ने उत्कृष्ट संस्कृतियों के "जीवित" विकास के क्षेत्र में जोर दिया, जिससे स्थानीय लोगों को न केवल आर्थिक मुनाफा मिला, बल्कि विभिन्न जातियों के लोगों का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जीवन और भी ज्यादा रंगारंग बन गया।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के संस्कृति विभाग के उप प्रधान कान लीछ्वान के मुताबिक, पिछले 10 साल तिब्बत की संस्कृति के विकास की सबसे तेज गति, सबसे फलदायी विकास परिणाम वाले साल थे, विभिन्न जातियों के लोगों के सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने, और खुशी की भावना प्राप्त करने वाले उल्लेखनीय दस साल भी है। इस दौरान तिब्बत की पारंपरिक उत्कृष्ट संस्कृतियों का "जीवित" विकास साकार हुआ।


तिब्बती ओपेरा का इतिहास बहुत पुराना है, जो गायन और नृत्य, प्रदर्शन, रैप और साहित्य को शामिल करने वाली एक एकीकृत कला है। तिब्बती ओपेरा में पीले मुखौटे वाली शाखा यालोंग जाशी श्वेपा तिब्बती ओपेरा के ड्रम और झाँझ की संगत, गायन शैली और वेशभूषा में अद्वितीय आकर्षण है, जिसे साल 2006 में पहली खेप वाली राष्ट्र स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया।

शान्नान शहर के नाईतोंग जिले में स्थित जाशी छ्य्वीतंग सामुदायिक क्षेत्र को "तिब्बती ओपेरा का पहला गांव" के रूप में जाना जाता है। हर साल ओपेरा देखने और आनंद लेने के लिए कई पर्यटक यहां आते हैं। साल 2019 में, तिब्बत की सहायता करने के लिए भीतरी इलाके में हूपेई प्रांत से आए कार्य दल ने 2 करोड़ युआन का निवेश कर और 3 करोड़ स्थानीय निवेश का लाभ उठाकर इस क्षेत्र में पर्यटन विकास को प्रोत्साहन दिया, गांववासियों ने अपने घर में पारिवारिक हॉटल स्थापित किया और वे आने वाले पर्यटकों की सेवा में घी-चाय, मीठी चाय आदि तिब्बती शैली के खान-पान परोसते हैं।

जाशी छ्य्वीतंग सामुदायिक समिति के प्रमुख निमा त्सेरिंग यालोंग जाशी श्वेपा तिब्बती ओपेरा के प्रतिनिधित्व वाले उत्तराधिकारी हैं। वर्ष 2020 से हर गर्मियों और शरद ऋतु में, निमा त्सेरिंग गांववासियों को तिब्बती ओपेरा का प्रदर्शन करने के लिए संगठित करते हैं। वर्तमान में इस सामुदायिक क्षेत्र में कुल 129 परिवार हैं, जिनमें 64 परिवारों ने पारिवारिक हॉटल सेवा शुरू की। वर्ष 2021 में पारिवारिक होटलों में कुल 440 बिस्तर हैं, साल भर में 20 हज़ार से अधिक पर्यटकों का सत्कार किया गया, इससे प्रत्येक परिवार की औसत आय में 15 हज़ार युआन से अधिक की वृद्धि हुई, सामूहिक अर्थव्यवस्था और किसानों व चरवाहों की वास्तविक आय में 20 लाख युआन से अधिक की बढ़ोतरी हुई।   


पिछले एक दशक में चीन की केंद्र सरकार और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने तिब्बत में विभिन्न प्रकार वाली गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतों के उत्तराधिकार, संरक्षण और विकास के लिए 40 करोड़ युआन की विशेष राशि प्रदान की। वर्तमान में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में तिब्बती ओपेरा, गेसर और तिब्बती चिकित्सा स्नान समेत संयुक्त राष्ट्र की गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की तीन प्रतिनिधि परियोजना हैं।

इसके साथ ही यहां 106 राष्ट्रीय स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतें, 460 स्वायत्त प्रदेश स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतें, और 2034 शहर व काउंटी स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासतें उपलब्ध हैं। इनके अलावा, तिब्बत ने सांस्कृतिक विरासत विशेषताओं वाले 8 काउंटियों और गांवों तथा 19 गैर-भौतिक सांस्कृतिक पर्यटन क्षेत्रों का नाम रखा। साल 2021 के अंत तक, तिब्बत में 121 गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत कार्यशालाओं की स्थापना की जा चुकी है, जिससे सीधे तौर पर 2271 परिवारों में 3053 लोगों को रोजगार मिला है, और उनकी मासिक आय में 3200 युआन से अधिक की वृद्धि हुई है।  

(श्याओ थांग)

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