चावल का कटोरा पकड़ेगा और विश्व खाद्य सुरक्षा की रक्षा करेगा चीन

2022-10-19 18:34:43

16 अक्तूबर को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस पेइचिंग में उद्घाटित हुई। उस दिन विश्व खाद्य दिवस भी था। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कांग्रेस के समक्ष रिपोर्ट पेश करते हुए फिर एक बार जोर दिया कि चीन खादय सुरक्षा के आधार को मज़बूत कर 12 करोड़ हेक्टेयर की खेती योग्य भूमि की लाल रेखा की रक्षा करेगा, ताकि चीनी लोग चावल का कटोरा अपने हाथों में पकड़ सकें।

चीन दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है। खाने की समस्या देश की प्राथमिकता रही है, जो वैश्विक खादय सुरक्षा से संबंधित है। 17 अक्तूबर को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में चीनी राष्ट्रीय खाद्य और सामग्री भंडार ब्यूरो के प्रमुख छोंग ल्यांग ने कहा कि चीन में औसत खाद्य उत्पादन 483.5 किग्रा. तक पहुंचा है, जो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में स्वीकार्य 400 किग्रा. की खाद्य सुरक्षा रेखा से ऊपर है। चीन में खाद्य सुरक्षा का मजबूत आधार है।

चीन विश्व की 9 प्रतिशत खेती भूमि से विश्व का एक चौथाई खाद्य उत्पादन कैसे करता है और विश्व की लगभग 20 प्रतिशत आबादी को भरपेट खाना प्रदान करता है?मुख्य कारण यह है कि चीन सरकार ने सक्रिय रूप से कृषि के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाया और खाद्य पदार्थों की समग्र उत्पादन क्षमता को उन्नत किया है।

दुनिया आज महामारी और गहन परिवर्तनों के संयुक्त प्रभावों का सामना कर रही है, दोनों एक सदी में नहीं देखे गए। क्षेत्रीय मुठभेड़ तीव्र हुई है और अति गंभीर मौसम स्थिति नज़र आयी है। कई विकासशील देश खाद्य आपूर्ति के संकट का सामना कर रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि गत वर्ष दुनिया में भूखी आबादी की संख्या 82.8 करोड़ तक पहुंची और 310 करोड़ लोगों को जरूरी पोषक आहार नहीं मिल पाया। वैश्विक खाद्य सुरक्षा समस्या के हल करने के लिए चीन ने भी बड़े प्रयास किये। चीन ने कई बार कठिनाइयों को दूर कर अविकसित देशों को आपात मानवतावादी खाद्य सहायता दी है। साथ ही चीन ने 140 से अधिक देशों और क्षेत्रों के साथ कृषि सहयोग किये और विकासशील देशों को 1 हजार से ज्यादा कृषि तकनीकें   प्रदान की, जिससे 15 लाख से ज्यादा स्थानीय किसानों को लाभ मिला है। चीन ने अंतर्राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सहयोग पहल भी पेश की और सभी देशों से खाद्य व्यापार के खुलेपन को बनाए रखने की अपील की, ताकि अंतर्राष्ट्रीय खाद्य उद्योग श्रृंखला और सप्लाई श्रृंखला को सुनिश्चित किया जा सके। 

एक देश के लिए जनता प्राथमिकता है, जबकि जनता के लिए खाने का सवाल प्रमुख मुद्दा है। खाने की समस्या का समाधान करने के लिए दुनिया के सभी लोगों को एकजुट कर कार्रवाई करनी चाहिए।

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