अंतरराष्ट्रीय कूटनीति पर भी पड़ेगा असर

2022-10-16 19:58:40

चीनी कम्युनिष्ट पार्टी की बीसवीं कांग्रेस उद्घाटित हुई है। ऐसे तो ये प्रत्येक पांच साल पर होते रहती है। लेकिन इस कांग्रेस पर पूरी दुनिया की निगाह टिकी हुई है, क्योंकि वर्तमान चीनी राष्ट्रपति शी चिनपिंग को तीसरी बार पार्टी का महासचिव और राष्ट्रपति चुने जाने की पूरी सम्भावना है। यह अपने आप में ऐतिहासिक घटना होगी। हाल के एक इंटरव्यू में जेएनयू के सीनियर रिसर्च फेलो विकास आनन्द ने कहा, सामान्यतया, किसी भी नेता को दो टर्म दिया जाता है। दो टर्म नीतिगत स्तर पर स्थिरता प्रदान करने के लिए दिया जाता है ताकि देश के सतत विकास में बाधा न आये.जो इस कांग्रेस पर लोगो के ओपिनियन आ रहे है, उससे लगता है कि पार्टी के वर्तमान महासचिव में चीनी जनता का काफी विश्वास है शी चिनफिंग को नया जानादेश मिलता है तो भारत चीन द्विपक्षीय सम्बन्धो पर भी सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। चूकि चीन के वर्तमान राष्ट्रपति जिनपिंग और भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों अपने देश के लोकप्रिय नेतृत्व हैं और दोनों  अच्छी तरह जानते है 'एशियाई शताब्दी' कोई भी अकेला नहीं ला सकता। दोनों देश साथ आएंगे तो 'एशियाई शताब्दी'आएगी। दोनों एशियाई देशों का वर्तमान नेतृत्व काफी मजबूत और अपने अपने जनता के बीच काफी लोकप्रिय है। इसलिए, यह कांग्रेस,भारत के लिए भी उम्मीद भरी है। इस कॉंग्रेस के प्रस्तावों और कदमों के असर वैश्विक कूटनीति पर भी पड़ेगा। 

(उमेश चतुर्वेदी)

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