चीन की तकनीकी प्रगति किसी भी प्रतिबंध से नहीं रुकेगी- चीनी विदेश मंत्रालय
चीन की तकनीकी प्रगति किसी भी प्रतिबंध से अवरुद्ध नहीं होगी। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 11 अक्तूबर को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
इधर के दिनों में अमेरिका सहित कुछ पश्चिमी देश विश्व में चीन को अलग-थलग करने और वैश्विक श्रृंखला में चीन को तोड़ने की वकालत करते हैं, बाहरी दुनिया चिंतित है कि चीन के वैज्ञानिक और तकनीकी विकास में बाधा उत्पन्न होगी। संवाददाताओं के संबंधित सवाल का जवाब देते हुए चीनी प्रवक्ता माओ निंग ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और चीन सरकार वैज्ञानिक तकनीकी नवाचार को बहुत महत्व देती हैं, नवाचार को विकास के लिए पहली प्रेरक शक्ति मानती हैं, और वैज्ञानिक व तकनीकी आत्मनिर्भरता एवं आत्म-सुधार को राष्ट्रीय विकास का रणनीतिक समर्थन मानती हैं। चीन ने अभिनव देशों की श्रेणी में प्रवेश किया है। क्वांटम जानकारी जैसी उभरती हुई अत्याधुनिक वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियां प्राप्त हो रही हैं, कृत्रिम बुद्धि जैसे नए उद्योग फल-फूल रहे हैं। चीन विभिन्न देशों के साथ संयुक्त अनुसंधान और वैज्ञानिक तकनीकी सहयोग करता है, जिसने सभी मनुष्यों के कल्याण में सुधार लाने और वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
चीनी प्रवक्ता माओ निंग ने बल देते हुए कहा कि वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार मानव विकास और प्रगति का परिणाम है। कोई भी देश अकेले रूप से इसका आनंद नहीं उठा सकता है, और दूसरे देशों के विकास को दबाने और रोकने के लिए अपने वैज्ञानिक व तकनीकी श्रेष्ठता का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
(श्याओ थांग)