जन्म दोष निवारण दिवस पर विशेष:इलाज से ज्यादा महत्वपूर्ण और जरूरी है निवारण

2022-09-09 15:13:09

जैसे कि आप सब जानते हैं कि बच्चे ही एक परिवार, एक जाति एवं समुदाय, और यहां तक कि एक देश का भविष्य और आशा हैं। साथ ही अगर हम व्यक्तिगत दृष्टिकोण से बात करें, तो माता-पिता बनने की खुशियों को शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता है। जाहिर है कि हर माता-पिता को इसके बारे में चिंता होती है कि अपना बच्चा किसी रोग या बीमारी के साथ पैदा ना हो। लेकिन आधुनिक चिकित्सा और उन्नत प्रौद्योगिकी के युग में जन्म दोष सामान्य बात होती है, इसलिये हमें जन्म दोषों के निवारण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि कुछ जन्म दोष आसानी से ठीक किया जा सकता है।

आम तौर पर जन्म दोष ऐसे होते हैं जबकि बच्चे के जन्म होने से पहले उनकी शारीरिक रचनाएं, शारीरिक क्रियाकलापों और चयापचय में असामान्यताएं आई हैं, जो प्रारंभिक गर्भावस्था में गर्भपात, मृत जन्म, शिशुपाल की मृत्यु और जन्मजात विकलांगता का प्रमुख कारण होती हैं। जन्म दोषों के कारण मुख्य रूप से अनुवांशिक विकारों या अवधारणा और गर्भावस्था जैसे पर्यावरणीय कारकों के लिए जिम्मेदार होते हैं। साथ ही, बाहरी कारकों में गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान या शराब, पोषण में कमी या वायरस के संपर्क में आने और अन्य हानिकारक रसायन शामिल हैं।

ऐसा कहा जा सकता है कि जन्म दोषों की इलाज की तुलना में, इसका निवारण ज्यादा महत्वपूर्ण और जरूरी होता है। बात यह है कि जन्म दोषों के निवारण किया जा सकता है। जैसा कि जन्म दोष गर्भावस्था के दौरान किए गए परीक्षणों की एक श्रृंखला द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। गर्भाशय में जन्म दोषों की पहचान के लिए जन्मपूर्व अल्ट्रासाउंड का उपयोग किया जा सकता है। उधर जन्म दोषों का मुकाबला करने के लिए रक्त परीक्षण के साथ अम्नीओटिक तरल पदार्थ का नमूना किया जा सकता है। कुछ प्रसवपूर्व परीक्षणों को यह निर्धारित करने के लिए किया जा सकता है कि मां के पास संक्रमण हो सकता है, जो शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है। जन्म दोषों का उपचार करने के लिए कई दवाएं भी उपलब्ध हैं। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि जन्म के बाद जन्म दोषों का निदान और इलाज किया जा सकता है।

संयुक्त राष्ट्र संघ और विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में हर साल करीब 80 लाख नवजात जन्म दोष के साथ पैदा होते हैं, और उनमें से लगभग 3 लाख शिशुओं की मौत जन्म दोष की जटिलताओं से हुई है। उधर, चीन दुनिया में जन्म दोष की सबसे अधिक घटनाओं वाले देशों में से एक है, जो दुनिया भर के वार्षिक जन्म दोषों का लगभग 20 प्रतिशत होता है। इस समस्या को मुद्देनज़र रखते हुए चीन सरकार ने साल 2005 में हर साल के 12 सितंबर को "चीन जन्म दोष निवारण दिवस" के रूप में मनाने का फैसला किया। हर वर्ष के इस दिवस के अवसर पर देश भर में जन्म दोषों के निवारण के विषय पर प्रचार-प्रसार गतिविधियों के साथ-साथ मुफ़्त क्लिनिक जैसे गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, ताकि लोगों के बीच जन्म दोष के बारे में जागरूकता बढ़ाया जा सके।

हाल के वर्षों में चीन में जन्म दोष की रोकथाम और उपचार के प्रयासों को मजबूत करने से लेकर देश में जन्म दोष वाले नवजातों और जन्म दोष के कारण मौत हुई शिशुओं की संख्या में बड़ी गिरावट आई है। लेकिन विशाल जनसंख्या आधार के कारण, फिलहाल चीन में हर साल करीब 9 लाख नवजात जन्म दोष के साथ पैदा होते हैं। साथ ही इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि जटिल और विविध प्रकार के जन्मजात आनुवंशिक रोगों के कारण, चीन में जन्म दोषों की रोकथाम और उपचार करने के काम में फिर भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।

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