फूल इतने लाल क्यों होते हैं

2022-08-28 17:08:20


17वां चीन छांगछुन फिल्म महोत्सव 23 से 28 अगस्त तक पूर्वोत्तर चीन के चीलिन प्रांत की राजधानी छांगछुन में आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान "फूल इतने लाल क्यों होते हैं" नाम की फिल्म ने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया।


यह फिल्म सीमा रक्षक रजिनी बायका की सच्ची कहानी के आधार पर बनाई गई है। 4 जनवरी 2021 को उनकी मौत बर्फ के छेद में गिरे बच्चे को बचाने के लिए हुई, तब उनकी उम्र सिर्फ 41 साल थी।


साल 2004 में रजिनी बायका दादा और पिता के कार्य का उत्तराधिकार करके पामीर पठार पर एक सीमा रक्षक बने। वे लोगों को मदद देना पसंद करते थे। अगर कोई कठिनाई हुई, तो लोग रजिनी बायका के पास जाते थे। यह स्थानीय लोगों की एक आदत बन गयी थी। एक बार, एक बूढ़ा बीमार पड़ गया, रजिनी बायका को एक फोन आया, गहरी रात का समय था, उन्होंने वाहन ढूंढ़ कर बूढ़े आदमी को 27 किलोमीटर दूर स्थित काउंटी अस्पताल तक पहुंचाया। गांव में बुजुर्ग विधवाएं और अनाथ हैं, रजिनी बायका सक्रिय रूप से उनकी देखभाल करते थे।

4 जनवरी 2021 को, जमी हुई झील पर खेल रहा एक बच्चा लापरवाही से बर्फ के छेद में गिर गया। बच्चे की मां के रोने और मदद की पुकार की आवाज सुनकर वह तुरंत उसे बचाने के लिए दौड़े। ठंडे पानी में रजिनी बायका हमेशा बच्चे का सिर पानी के ऊपर रखते थे, ताकि बच्चे को बचाया जा सके। इस तरह बच्चा तो बच गया, लेकिन रजिनी बायका की मृत्यु हो गयी, तब वह केवल 41 वर्ष के थे।

(श्याओ थांग)

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