यदि अमेरिका सैन्य उपयोग की लत नहीं छोड़ता है, तो ज्यादा "काबुल पल" फिर से दिखाई देंगे

2022-08-17 14:07:13

एक साल पहले, 20 साल तक अफगानिस्तान पर आक्रमण करने वाले अमेरिकी सैनिक जल्दबाजी में काबुल से हट गए। "काबुल पल" को अफगानिस्तान पर अमेरिकी आक्रमण की विफलता के संकेत के रूप में भी देखा जाता है। हालांकि लोग चले गए हैं, अमेरिकी सरकार ने इस धरती पर एक पल के लिए भी बुराई करना बंद नहीं किया है। आर्थिक प्रतिबंध, अफ़गानों के जीवन की रक्षा वाले धन को लूटना, संप्रभुता का प्रचंड उल्लंघन करना इत्यादि। अमेरिका के काले हाथ अभी भी अफ़ग़ानिस्तान के गले को कस कर पकड़ रहे हैं, जिससे इस देश को सांस लेने में कठिनाई हो रही है।

विश्व खाद्य कार्यक्रम के अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान पर अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों ने स्थानीय संकट को बढ़ा दिया है। 98 प्रतिशत अफगान नागरिकों के पास खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं है, और पांच साल से कम उम्र के लगभग आधे बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित होंगे।

वहीं, मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में कहा कि जब तक सामान्य आर्थिक और बैंकिंग प्रणाली को बहाल नहीं किया जाता है, तब तक अफगान लोगों को निर्वाह मोड से समृद्धि मोड में बदलना असंभव है।

उधर, अमेरिका ने अफगान केंद्रीय बैंक की संपत्ति में करीब 7 अरब डॉलर जमा किए। अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण, अमेरिकी सरकार और अफगान अंतरिम सरकार ने जुलाई के अंत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यवेक्षित ट्रस्ट फंड द्वारा इस धन का प्रबंधन करने पर चर्चा की, लेकिन कौन पर्यवेक्षण करने पर दोनों के बीच भारी मतभेद मौजूद है और अमेरिका कब पैसे वापस करना भी अज्ञात है।

गत महीने के अंत में, अमेरिकी सेना ने आतंकवाद विरोध के नाम पर काबुल में सीमा पार से ड्रोन हमला किया। इसके कारण अफगानिस्तान में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हुआ। अफगानिस्तान में एक प्रसिद्ध राजनीतिक टिप्पणीकार ने बताया कि अमेरिकी सीमा पार से किए गए हमले ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया और साथ ही साथ अफगानिस्तान की संप्रभुता का भी उल्लंघन किया। यह अमेरिका दुनिया को अपना आधिपत्य दिखा रहा है कि वह फिर भी अफगान मामलों में हस्तक्षेप करेगा।

पिछले एक साल में, अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के "आधान पोत" पर कदम रखने के बावजूद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद से अफगानिस्तान ने ठंडी सर्दी, भूकंप, बाढ़ और प्रतिबंधों जैसी चुनौतियों से पार पा लिया है, सुरक्षा बनाए रखने और दवाओं का मुकाबला करने आदि क्षेत्रों में कुछ प्रगति प्राप्त की है।  

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 15 जून तक, अफगान अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद आम नागरिकों के हताहत होने की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में बहुत कम थी, जब संघर्ष अपने चरम पर था। वहीं, ड्रग्स एंड क्राइम पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में अफीम उत्पादन के लिए मुख्य कच्चे माल अफगानिस्तान में अफीम की खेती का क्षेत्रफल 2001 के लगभग 30 गुना था। 2021 में अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद, अफगान अंतरिम सरकार ने पूरे देश में अफीम पोस्त की खेती और विभिन्न दवाओं के निर्माण, उपयोग और तस्करी पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।

अफगान लोगों को नहीं भूलना चाहिए। अफगानिस्तान में अराजकता पैदा करने वाले के रूप में अमेरिका दूर चले जाने से अपने दोष और जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। उसे शीघ्र ही अफगानिस्तान पर आक्रमण करने के लिए माफी मांगनी चाहिए, तुरंत पैसा वापस करना चाहिए, पूरी तरह मुआवजा देना चाहिए और जल्द से जल्द अफगानों का गला पकड़ वाले काले हाथ को छोड़ देना चाहिए। इसके साथ ही अमेरिका को अफ़गान युद्ध से सबक लेना चाहिए, सैन्य उपयोग की लत छोड़नी चाहिए, और दूसरे देशों में सुधार करने की इच्छा को नियंत्रित करना चाहिए। यदि वह एक सड़क पर अंधेरे तक चलता है, तो ज्यादा "काबुल पल" फिर से दिखाई देंगे।  

(श्याओ थांग)

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