भारतीय नौसेना को मिला देश का पहला स्वदेशी विमान वाहक आईएसी विक्रांत

2022-07-29 11:02:22

भारतीय नौसेना ने 28 जुलाई को दक्षिण भारत के केरल के कोच्चि शिपयार्ड से भारत के पहले स्वदेशी विमान वाहक आईएसी विक्रांत की डिलीवरी ले ली। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है।

बयान में कहा गया कि आईएसी विक्रांत में 76 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री लगी है। इसे भारतीय नौसेना को सौंपे जाने के बाद भारत उन कुछ देशों में से एक हो गया है जो अपने स्वयं के विमान वाहक का डिजाइन और निर्माण करने में सक्षम हैं।



बयान के अनुसार विक्रांत को शीघ्र ही भारतीय नौसेना के मिशन में शामिल किया जाएगा। जिसमें 30 एयरक्राफ्ट ले जाए जा सकते हैं,जिनमें मिग-29के लड़ाकू विमानकामोव केए-31 पूर्व चेतावनी हेलीकॉप्टर,एमएच-60आर बहुउद्देशीय हेलीकाप्टर और भारत द्वारा विकासित उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और हल्के लड़ाकू विमान आदि शामिल हैं।



बता दें कि भारतीय नौसेना के नौसेना डिजाइन निदेशालय ने वर्ष 1999 में आईएसी विक्रांत का डिजाइन करने का काम शुरू किया था। इसके बाद कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड ने इस विमान वाहक का निर्माण किया। अगस्त 2013 में इसे लॉन्च किया गया था। जानकारी के अनुसार आईएसी विक्रांत करीब 260 मीटर लंबा है और इसकी चौड़ाई करीब 60 मीटर है। इसका वजन लगभग 45,000 टन है। विमान वाहक जहाज कुल 88 मेगावाट बिजली की चार गैस टर्बाइनों द्वारा संचालित है। इसकी अधिकतम गति 28 समुद्री मील है। (रमेश शर्मा)

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