2022 पेइचिंग मानवाधिकार फोरम खुला

2022-07-27 11:00:08



2022 पेइचिंग मानवाधिकार फोरम 26 जुलाई को पेइचिंग में उद्घाटित हुआ। वर्तमान फोरम को चीन मानवाधिकार अनुसंधान संघ और चीन मानवाधिकार विकास फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया है। थीम है "निष्पक्षता, न्याय, उचित समावेशन: मानवाधिकारों के विकास को बढ़ाने के लिए हाथ मिलाएं"। लगभग 70 देशों और संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषज्ञों और विद्वानों और चीन में स्थित राजनयिक दूतों के प्रतिनिधियों सहित लगभग 200 लोगों ने मंच में भाग लिया।

चीन मानवाधिकार अनुसंधान संघ के अध्यक्ष पाइमा छिलिन ने अपने भाषण में कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से शी चिनफिंग के नेतृत्व वाली चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति मानवाधिकारों के सम्मान और रक्षा को राज्य शासन में महत्वपूर्ण कार्य के रूप में स्थापित करने पर कायम रहती है, ताकि 1.4 अरब से अधिक चीनी लोग और अधिक खुश, संतुष्ट और सुरक्षित रह सके। वर्तमान में, दुनिया ने अशांति और परिवर्तन की नई अवधि में प्रवेश किया है और संयुक्त राष्ट्र 2030 सतत विकास एजेंडा के कार्यान्वयन में बाधा उत्पन्न हुई है। सभी देशों को समावेशिता और आपसी सीखने, समान संवाद, मतभेदों को दरकिनार करते हुए समानताओं की खोज करने, मानवाधिकारों के विकास पर आम सहमति बनाने, लोगों की भलाई को बेहतर ढंग से बढ़ाने और वैश्विक मानवाधिकार शासन का सुधार करने पर कायम रहना चाहिए। मानवाधिकारों का विकास मानव जाति का सामान्य कार्य है और दुनिया के सभी देशों को एक दूसरे से मिलने और संयुक्त प्रयास करने की आवश्यकता है।

स्लोवेनियाई पूर्व राष्ट्रपति डैनिलो तुर्कि ने कहा कि प्रतिस्पर्धा और टकराव पर सहयोग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, जो न केवल राजनीति और विकास की आवश्यकता है, बल्कि मानवाधिकार विकास की भी आवश्यकता है।

लाइबेरिया के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष भोफल चेम्बर्स ने चीन की विभिन्न सहायता, दूसरे देशों के महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा कार्य में चीन की भागीदारी और समर्थन, शांति मिशन आदि क्षेत्रों में वैश्विक मानवाधिकार मुद्दों के समाधान में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और चीन सरकार के प्रयासों की बहुत प्रशंसा की। उनका मानना है कि चीन दुनिया भर में मानवाधिकारों की रक्षा करने वाली एक महान शक्ति है।

उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रीय मानवाधिकार केंद्र के निदेशक अकमल खोलमातोविच सैदोवी ने बताया कि सभी देशों के लिए अनुकूल कोई सार्वभौमिक विकास मॉडल मौजूद नहीं है और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना बहुत महत्वपूर्ण है। मानवाधिकारों, लोकतंत्र और कानून के शासन के सम्मान के आधार पर ही एक स्थिर, समृद्ध और सतत विकास वाली दुनिया प्राप्त हो सकती है।

बता दें कि पेइचिंग मानवाधिकार फोरम 2008 में स्थापित एक वैश्विक मानवाधिकार मंच है और इस वर्ष दसवां सत्र है। यह मंच अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण आदान-प्रदान मंच बन गया है, जो अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्य के स्वस्थ विकास को बढ़ाने में ज्ञान और शक्ति का योगदान देता है।

(मीनू)

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