उचित रोकथाम से एलर्जी से दूर रहें

2022-07-07 15:05:41

विश्व एलर्जी संगठन (डब्ल्यूएओ) ने वर्ष 2005 में एलर्जी रोग की रोकथाम में वैश्विक पहल पेश की और हर साल 8 जुलाई को विश्व एलर्जी रोग दिवस निर्धारित किया। इसका उद्देश्य लोगों में एलर्जी रोग की जानकारी बढ़ाकर एलर्जी प्रतिक्रिया और एलर्जी अस्थमा की रोकथाम करना है।

चाहे बच्चे हो या बुजुर्ग, सबके एलर्जी रोग से ग्रस्त होने की संभावना रहती है। इस रोग की आनुवंशिकता भी है। सामान्य एलर्जी रोगों में अस्थमा, राइनाइटिस, एलर्जी एक्जिमा, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, भोजन और दवा से एलर्जी आदि शामिल हैं। डब्ल्यूएओ के आंकड़ों के अनुसार अब दुनिया भर में एलर्जी रोगियों का अनुपात 22 प्रतिशत तक पहुंचा। करोड़ों लोग एलर्जी रोग से परेशान हैं।

एलर्जी रोग दुनिया में सबसे आम बीमारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे 21वीं सदी में तीन ध्यानाकर्षक बीमारियों में से एक निर्धारित किया। तो एलर्जी रोग क्या है? वास्तव में एलर्जी रोग का दूसरा नाम है प्रत्यूर्जता बीमारी। मतलब है कि जब शरीर कुछ एलर्जी से प्रेरित होता है, तो असामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है। एलर्जी रोग दैहिक बीमारी है, जो शरीर के हर भाग में आ सकता है। एलर्जी रोगियों की प्रतिरक्षा स्थिति से संबंधित है। ज्यादा थकान या तनाव की स्थिति में लोग और आसानी से एलर्जी रोग से ग्रस्त होंगे।

एलर्जी रोग का पूर्ण रूप से इलाज नहीं हो सकता, लेकिन इसकी रोकथाम की जा सकती है। दैनिक जीवन में हमें नियमित से काम और आराम करना चाहिए, उचित व्यायाम करना चाहिए और स्वस्थ भोजन खाना चाहिए। इसके अलावा, अकसर कमरों की सफाई करनी चाहिए और हवादार बनाए रखना चाहिए।

एक शब्द में एलर्जी रोग के लिए रोकथाम ज्यादा अहम है। जब एलर्जी रोग से पीड़ित है, तो जल्दी से इलाज लेना चाहिए। ऐसे में न सिर्फ रोग लक्षण कम होगा, बल्कि रोग के बिगड़ने से बच सकेगा।

(ललिता)

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