चीन और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई अहम वार्ता
5 जुलाई को चीनी उप प्रधानमंत्री ल्यू ह ने अमेरिकी वित्त मंत्री जैनेट येलेन के साथ एक वीडियो वार्ता की । वार्ता के बाद चीनी पक्ष ने एक संक्षिप्त न्यूज विज्ञप्ति जारी की ,पर स्थानीय विश्लेषकों के विचार में इस वार्ता का खास महत्व है ।
यह वार्ता अमेरिकी पक्ष की मांग के अनुसार आयोजित हुई ।इसका मुख्य कारण है कि अमेरिका अब गंभीर मुद्रास्फीति का सामना कर रहा है ।इस संदर्भ में बाइडेन प्रशासन जल्दी से कदम उठाने के दबाव में है ।चीनी वस्तुओं पर लगा अतिरिक्त टैरिफ हटाना अमेरिका की रिकार्ड मुद्रास्फीति दर को नीचे लाने का एक प्रभावी उपाय माना जा रहा है ।अमेरिकी पीटर्सन अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अध्ययन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार अगर अमेरिका ने चीन के साथ व्यापार युद्ध में लगाया गया अतिरिक्त टैरिफ हटाया ,तो अमेरिका की मुद्रास्फीति दर 1 प्रतिशत कम हो सकती है।
ध्यान रहे कि अमेरिकी वित्त मंत्री येलेन ने पहले कई बार कहा था कि चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने से अमेरिकी उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचता है।
वार्ता में दोनों पक्षों का समान विचार है कि एक साथ वैश्विक व्यावसायिक चेन व सप्लाई चेन की स्थिरता की सुरक्षा करना न सिर्फ चीन व अमेरिका दोनों देशों बल्कि पूरे विश्व के लिए लाभदायक है ।उल्लेखनीय बात है कि सप्लाई चेन मुद्रास्फीति को प्रभावित करने वाली अहम चीज़ है ।
वार्ता में चीन ने फिर तीन मांगें पेश कीं यानी चीन पर लगे अतिरिक्त टैरिफ हटाना ,चीन पर लगे प्रतिबंध हटाना और चीनी उद्यमों के साथ निष्पक्ष बर्ताव करना ।इससे जाहिर है कि चीन अमेरिका से अपनी चिंताएं दूर करने की इच्छा रखता है ताकि संबंधित सहयोग के लिए बेहतर माहौल और शर्तें तैयार की जा सकें ।(वेइतुंग)