"भारतीय नृत्य में ह्वेनत्सांग" मास्टर चांग च्युन का स्मृति समारोह पेइचिंग में आयोजित

2022-06-25 17:47:48

24 जून की रात को, "भारतीय नृत्य में ह्वेनत्सांग" मानी जाने वाली मास्टर चांग च्युन के निधन के 10 साल की स्मृति में रात्रि समारोह पेइचिंग स्थित एशियाई बुनियादी ढांचा निवेश बैंक (एआईआईबी) मुख्यालय के हॉल में आयोजित किया गया। एआईआईबी अध्यक्ष चिन लीछ्युन, चीन स्थित भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत, चीनी पूर्वी गान-नृत्य मंडली के वरिष्ठ कलाकार, चीन और भारत के विभिन्न जगतों के लोगों ने समारोह में भाग लिया। 


रात्रि समारोह में भारतीय नृत्य के चीनी प्रेमियों ने भारतीय शास्त्रीय नृत्य जैसे भरतनाट्यम, मणिपुरी नृत्य, कथक नृत्य के साथ-साथ बॉलीवुड के आधुनिक फिल्मी नृत्य का प्रदर्शन किया। उन्होंने मधुर धुनों और सुंदर नृत्यों के माध्यम से चीन में पूर्वी नृत्य कला के लिए जीवन भर योगदान देने वाली मास्टर चांग च्युन को याद किया।

चीन में भारतीय राजदूत प्रतीप कुमार रावत ने कहा कि मौजूदा रात्रि समारोह में प्रदर्शित भारतीय नृत्यों ने न केवल मास्टर चांग च्युन को याद किया, बल्कि यह चीन-भारत सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक भव्य समारोह है।


बता दें कि चांग च्युन नए चीन की स्थापना (1 अक्तूबर 1949) के बाद देश में प्रशिक्षित पहली पीढ़ी की नृत्यांगना थीं। वे चीनी पूर्वी गान नृत्य मंडली की सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र स्तरीय अभिनेत्री भी थीं। उन्होंने अपने पूरे जीवन में मुख्य तौर पर एशियाई देशों के नृत्यों का अध्ययन और पढ़ाई की। चांग च्युन आठ बार भारत गईं और उन्होंने भारतीय लोक नृत्य, भरतनाट्यम, कथक, ओडिसी, कुचिपुड़ी, मणिपुरी आदि सात प्रमुख शास्त्रीय नृत्यों का अध्ययन किया। इसके साथ ही उन्होंने दस से अधिक बार एशियाई देशों में नृत्य प्रदर्शन किया। चीन-भारत सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में बड़े योगदान के कारण सन् 1981 में भारतीय दर्पण प्रदर्शन कला अकादमी ने उन्हें डिग्री प्रदान की और उन्हें 20वीं सदी का ह्वेनत्सांग माना।


24 जून को आयोजित इस रात्रि समारोह की मुख्य निदेशक चिन शानशान मास्टर चांग च्युन के भारतीय नृत्य की उत्कृष्ट छात्रा हैं। अपनी गुरू की तरह, चिन शानशान भी कई बार भारत जा चुकी हैं और विभिन्न शैलियों के शास्त्रीय नृत्यों का व्यवस्थित अध्ययन किया है। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी गुरू से नृत्य के कौशल सीखे, और साथ ही साथ कलात्मक खोज की दृढ़ता को भी सीखा।


वर्तमान में चिन शान शान ने भी भारतीय नृत्य का प्रशिक्षण शुरू किया है। उनके द्वारा स्थापित भारतीय नृत्य कला केंद्र ने चीन में भारतीय शास्त्रीय कला के लिए एक संचार मंच का निर्माण किया है, और भारतीय नृत्य प्रतिभाओं की एक नई पीढ़ी को भी विकसित किया है। मास्टर चांग च्युन के निधन की 10वीं वर्षगांठ पर चिन शानशान ने अपने छात्रों, और चांग च्युन के छात्रों के साथ सुंदर नृत्यों और मधुर धुनों से अपने गुरू को याद किया।

(श्याओ थांग)

 

 

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