चीन की मुख्य भूमि और थाईवान एक चीन के होने का तथ्य कभी नहीं बदला है
चीन की मुख्य भूमि और थाईवान एक चीन के होने का तथ्य कभी नहीं बदला है। चीनी राज्य परिषद के थाईवान मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता मा श्याओक्वांग ने 15 जून को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
मा श्याओक्वांग ने कहा कि थाईवान जलडमरुमध्य के दोनों तटों के बीच संबंधों का विकास और देश की एकता बढ़ाना न्यायशास्त्र और वास्तविकता के आधार पर होना चाहिए। हालांकि एकता अभी तक साकार नहीं हुआ, लेकिन मुख्य भूमि और थाईवान एक चीन के होने का तथ्य कभी नहीं बदला है। चीन की प्रभुसत्ता और प्रादेशिक अखंडता कभी विभाजित नहीं हुई और न ही कभी होगी।
प्रवक्ता ने कहा कि शांतिपूर्ण एकता दोनों तटों के देशबंधुओं के समान हितों और देश के मूल हितों के अनुरूप है। आशा है कि दोनों तटों के देशबंधु विभाजन का दृढ़ विरोध करेंगे और राष्ट्रीय एकता बढ़ाने में प्रयास करेंगे।
(ललिता)