अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था के लिए सबसे गंभीर दीर्घकालिक चुनौती अमेरिका ही है- चीनी प्रवक्ता

2022-05-30 18:56:02

रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने हाल ही में चीन पर भाषण देते हुए कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए सबसे गंभीर दीर्घकालिक चुनौती है, और अमेरिका को "नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था" की रक्षा करनी और उसमें सुधार करना चाहिए।

इसकी चर्चा करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने 30 मई को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ब्लिंकेन का भाषण सरासर झूठों से भरा है, जिसमें चीन पर हमला करने वाले शब्द ठीक वही है जो आज अमेरिका कर रहा है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा वकालत की गई तथाकथित“नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था”वाकई और एक आधिपत्य व्यवस्था है।

चीनी प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका के पास संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए कोई सम्मान नहीं है। अमेरिका 200 से अधिक वर्षों से अस्तित्व में है और उसने केवल 16 वर्षों में युद्ध नहीं लड़ा है। यह अंतर्राष्ट्रीय शांति और स्थिरता के लिए अराजकता का सबसे बड़ा स्रोत और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था में सबसे बड़ा अस्थिर कारक बन गया है। अमेरिका में ब्राउन विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, मात्र 2001 से, अमेरिका द्वारा आतंकवाद विरोधी के नाम पर शुरू किए गए युद्धों और सैन्य अभियानों से 8 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है। अकेले अफगानिस्तान, इराक, सीरिया और अन्य पीड़ित देशों में 2 करोड़ से अधिक शरणार्थी उभरे हैं।

चाओ लीच्येन ने कहा कि अमेरिका ही अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का सबसे बड़ा विध्वंसक है। उसे नियमों के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है।

(श्याओ थांग)

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