महामारी के विरोध में चीन की "जीरो कोविड नीति" सही है

2022-05-30 20:07:44

"28 मई तक, अमेरिका में पिछले सप्ताह नए कोरोना वायरस निमोनिया के औसत दैनिक नए पुष्ट मामले लगभग 1.1 लाख थे, यह दो सप्ताह पहले की तुलना में 22 प्रतिशत की वृद्धि है।" "गर्मियों की शुरुआत के साथ, अमेरिका में कोरोना महामारी के नए पुष्ट मामलों का सात दिनों का औसत पिछले वर्ष की इसी अवधि के 6 गुना से अधिक है" इत्यादि। हाल के दिनों में अमेरिकी मीडिया द्वारा जारी किए गए कई आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अमेरिका में कोरोना महामारी के मामले "चुपके से तेज़ वृद्धि" की स्थिति में हो सकते हैं।

लेकिन इसके साथ ही चीन के पेइचिंग और शांगहाई दोनों शहरों में, महामारी की इस लहर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया गया है, और महामारी विरोधी उपलब्धियां स्पष्ट हैं। मई की शुरुआत में डब्ल्यूएचओ के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 2021 के अंत तक, दुनिया में नए कोरोना वायरस निमोनिया से मौतों की संचयी संख्या लगभग 1.5 करोड़ है, जबकि चीन में नए कोरोना वायरस निमोनिया की संक्रमण दर और मृत्यु दर दोनों दुनिया में सबसे कम बनी हुई हैं।

चीन में महामारी-रोधी प्राप्त उपलब्धियों से जाहिर है कि इस देश में लागू की जा रही "जीरो कोविड नीति" सही है। भारतीय वेबसाइट न्यूज़क्लिक ने लेख प्रकाशित कर कहा कि मौतों की संख्या में उल्लेखनीय कमी, संक्रमणों की संख्या में कमी, नए वायरस उत्परिवर्तन की प्रवृत्ति की कमजोरी और उल्लेखनीय आर्थिक विकास उपलब्धियां, ये सभी "जीरो कोविड नीति" के स्पष्ट फायदे हैं।

चीन के "जीरो कोविड नीति" पर डटा रहने का उद्देश्य न्यूनतम लागत पर अधिकतम रोकथाम और नियंत्रण प्रभाव प्राप्त करना है, और लोगों के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा और सामान्य उत्पादन व रहन-सहन की व्यवस्था को अधिकतम गारंटी देना है।

महामारी को रोका जाना चाहिए, और अर्थव्यवस्था को स्थिर किया जाना चाहिए। "जीरो कोविड नीति" दीर्घकालिक अर्थतंत्र के लिए है। हाल के वर्षों में, चीन की आर्थिक विकास दर दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे आगे रही है। इस साल की पहली तिमाही में, चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो बाहर की अपेक्षाओं को पार कर गया। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरिनचास ने हाल ही में कहा कि "जीरो कोविड नीति" ने पिछले दो वर्षों में चीन की अर्थव्यवस्था के सामान्य संचालन को सुनिश्चित किया है।

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में, चीन का "जीरो कोविड नीति" पर डटा रहना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रति जिम्मेदारी भी है। 1.4 अरब लोगों द्वारा इस नीति का पालन करना दुनिया भर में महामारी-रोधी कार्य और वैश्विक आर्थिक बहाली के लिए सबसे बड़ा योगदान है।

1 जून से शांगहाई में उद्योगों का कामकाज बहाल होगा। ब्लूमबर्ग ने कहा कि अगर चीन ने "जीरो कोविड नीति" नहीं अपनाई होती, तो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर प्रभाव महामारी के प्रकोप के बाद से किसी भी समय की तुलना में अधिक गंभीर होता।

तथ्यों ने पूरी तरह से साबित किया है कि "जीरो कोविड नीति" चीन की राष्ट्रीय परिस्थितियों और वैज्ञानिक नियमों के अनुरूप है, जो एक सही तरीका है, और इसका स्पष्ट प्रभाव है। वर्तमान में, वैश्विक महामारी अभी भी उच्च स्तर पर है, और बड़ी अनिश्चितता मौजूद है। चीन "जीरो कोविड नीति" का लगातार पालन करता रहेगा, ताकि न्यूनतम लागत पर अधिकतम रोकथाम और नियंत्रण प्रभाव प्राप्त किया जा सके। यह केवल चीनी लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया के लोगों के लिए भी जिम्मेदार है।

(श्याओ थांग)

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