माउंट एवरेस्ट दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है। आंकड़ों के अनुसार, अब तक कुल 4000 से अधिक लोग माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच चुके हैं, और हर साल लगभग 1 लाख लोग माउंट एवरेस्ट क्षेत्र का दौरा करते हैं। पर्वतारोहियों और पर्यटकों के लगातार आने से माउंट एवरेस्ट पर बहुत सारा कचरा जमा हो गया है जिसे साफ करना मुश्किल है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के आंकड़ों के अनुसार, 1950 के दशक से एवरेस्ट क्षेत्र में कुल सैकड़ों टन कचरा जमा हो गया है।
माउंट एवरेस्ट का कचरा साफ करना बेहद खतरनाक काम है। चूंकि 6000 और 7000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र में तापमान बेहद कम होता है, ऑक्सीजन स्तर बेहद कम होता है, तेज हवाएं और कोहरा रहता है, और पर्यावरण और जलवायु बेहद कठोर होती है। लेकिन लोगों ने माउंट एवरेस्ट का कचरा साफ करना और माउंट एवरेस्ट के पर्यावरण की रक्षा करना कभी बंद नहीं किया।
साल 2018 में, चीन में 30 लोगों की एक कचरा हटाने वाली टीम ने माउंट एवरेस्ट से 8.5 टन कचरा निकालने में दो महीने का समय लिया। साथ ही, चीन ने कचरे को छांटने, पुनर्नवीनीकरण करने और विघटित करने के लिए कचरा निपटान स्टेशन भी स्थापित किए हैं।
साल 2019 में, चीनी पर्वतारोहण दल (तिब्बत) को आधिकारिक तौर पर स्थापित किया गया था, और माउंट एवरेस्ट पर बड़े पैमाने पर कचरा सफाई कार्य करना जारी रखा। पर्वतारोहण दल ने पहली बार समुद्र तल से 8000 मीटर से ऊपर के क्षेत्र को भी साफ किया।
(नीलम)