6 फरवरी को भारत के मुंबई में आयोजित 2022 महिला एशिया कप के फाइनल में चीनी टीम ने फिर से जबरदस्त उलटफेर किया। मैच के पहले हाफ़ में चीनी खिलाड़ी दक्षिण कोरियाई टीम से 0-2 की हताश स्थिति में पीछे थी। लेकिन दूसरे हाफ़ में चीनी खिलाड़ियों ने 3 गोल किए। इस तरह 16 साल बाद चीनी महिला फुटबाल टीम ने फिर से एशिया कप अपने नाम किया, और 9वीं बार महिला एशिया कप का खिताब जीता।
4 फरवरी को हुए सेमीफाइनल में चीनी टीम ने पेनाल्टी शूटआउट के आधार पर डिफेंडिंग चैंपियन जापान को 6-5 से हराकर फाइनल में जगह बनायी। फ़ाइनल के पहले हाफ में स्पष्ट रूप से कमज़ोर लग रही चीनी टीम के खिलाफ दक्षिण कोरिया ने दो गोल किए। लेकिन चीनी टीम की प्रमुख कोच शुई छिंगश्या के नेतृत्व में चीनी टीम ने मैच में वापस आने का हर संभव प्रयास किया। चीनी महिला फुटबाल खिलाडी थांग च्याली ने पेनल्टी किक के जरिए गोल अंतर को 1-2 किया। इसके बाद दूसरी चीनी खिलाड़ी जांग लिनयान ने हेडर से स्कोर को टाई किया। मैच खत्म होने के कुछ ही क्षण पहले श्यो यूयी ने गोल कर चीनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलायी। इसके साथ ही 16 साल बाद चीनी महिला फुटबाल टीम ने एशिया कप फिर से जीत लिया। चीनी महिला फुटबाल खिलाड़ियों की संघर्ष करने की भावना से सभी लोग प्रभावित हुए हैं।
फाइनल के बाद आयोजित संवाददाता सम्मलेन में चीनी टीम की प्रमुख कोच शुई छिंगश्या ने कहा कि सेमीफाइनल की तरह फाइनल को जीतना भी बहुत मुश्किल था। उन्होंने कहा कि मैच से पहले उन्होंने अपने खिलाड़ियों से हौसला, लड़ने का जज्बा और विश्वास बनाए रखने को कहा था, जो उन्होंने सब करके दिखाया है। उन्होंने अपने खिलाड़ियों और टीम को धन्यवाद दिया, और कहा कि दृढ़ विश्वास, आत्मविश्वास और खुद को दिखाने की हिम्मत चीनी टीम के चैंपियनशिप जीतने के तीन मुख्य कारण हैं।
गौरतलब है कि चीनी महिला फुटबाल टीम महिला एशिया कप के इतिहास में सबसे अधिक बार खिताब जीतने वाली टीम है। लेकिन 2008 से चीनी टीम एशिया कप के फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी। इस बार शुई छिंगश्या ने कहा कि पिछले कई सालों की मेहनत से चीनी महिला फुटबाल टीम ने “लौह महिला” की तरह चीनी महिला फुटबाल टीम की भावना फिर से प्राप्त की है। उनके लिये यह एक नयी शुरुआत है। इस टूर्नामेंट में चीनी टीम ने पूरे एशिया और दुनिया को “लौह महिला” की तरह अपनी भावना दिखायी।
(हैया)